प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ (फाइल फोटो)
नई दिल्ली/इस्लामाबाद:
कश्मीर में जारी तनाव के बीच सोमवार को पाकिस्तान सरकार और आतंकी हाफिज सईद ने पिछले दिनों मारे गए आतंकी बुरहान वानी को कश्मीरी नेता बताकर माहौल को और भड़का दिया है। गौरतलब है कि कश्मीर में हुए एनकाउंटर में बुरहान वानी के मारे जाने के बाद भड़की हिंसा में अब तक 20 से अधिक लोगों की मौत हुई है जबकि करीब 300 घायल हुए हैं।
भारत ने आरोप लगाया है कि कश्मीर हिंसा पर पाकिस्तान के बयानों से उसके 'आतंकवाद को शह' देने की पुष्टि होती है। कश्मीर में आतंकवाद पर पाकिस्तान के भड़काऊ बयानों पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने सख़्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'पाकिस्तान को हमारी सलाह है कि वह अपने पड़ोसियों के आंतरिक मामलों में दखल देने से परहेज करे।'
पाक पीएम नवाज शरीफ के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया
जैसे ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हिज्बुल मुजाहिद्दीन के 22 साल के आतंकी बुरहान वानी को 'कश्मीरी नेता' बताया, वैसे ही भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों से दूर रहने की चेतावनी जारी दी।
पाकिस्तान के पीएम शरीफ के कार्यालय ने कहा, "पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों के हाथों कश्मीरी नेता बुरहान वानी और कई नागरिकों की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त किया है।'
हाफिज सईद ने भी की बुरहान के लिए रैली
इस बीच पाक अधिकृत कश्मीर में हिज्बुल के बेस कैंप मुजफ्फराबाद में आतंकी बुरहान वानी की मौत पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस सभा को अंतरराष्ट्रीय आंतकी हाफ़िज सईद और सैयद सलाऊद्दीन ने संबोधित किया। सभा में वाणी के समर्थन में पोस्टर भी चिपकाए गए थे। जमात प्रमुख हाफिज सईद ने सार्वजनिक रूप से 'और अधिक बुरहान वानी लाने' की चेतावनी दी। गौरतलब है कि हाफिज को मुंबई हमले सहित भारत में हुई कई आतंकी घटनाओं का मास्टरमाइंड माना जाता है।
बढ़ गईं महबूबा की मुश्किलें
इस घटना से महबूबा मुफ्ती के लिए भी मुश्किलें बढ़ी हैं। उनकी पार्टी के सांसद हामीद कर्रा ने कश्मीर लाइफ नाम की वेबसाइट को दिए अपने बयान में कहा है कि पीडीपी बदल गई है। 2008 में जब फायरिंग में 6 नौजवान मारे गए थे तब पीडीपी सरकार से बाहर आ गई थी। इस बार 18 नौजवान मारे गए हैं मगर पीडीपी चुप है। ज़ीरो टालरेंस और मैक्सिमम रिस्ट्रेन यानी अधिकतम संयम की नीति खोखली साबित हुई है। उन्होंने केंद्र और राज्य दोनों पर आरोप लगाए हैं। कर्रा ने कहा है कि छह महीने से घाटी उबल रही है, मगर पीडीपी अब आरएसएस के साथ गलबहियां कर रही है। महबूबा मुफ्ती भी इस चुनौती को समझती हैं। उन्होंने कहा है कि बाद की घटनाओं में मारे गए लोगों की स्थिति के बारे में ग़ौर करेंगी। सरकार के प्रवक्ता नईम अख़्तर ने कहा है जो मौत हुई है उसके लिए प्रदर्शनकारी ज़िम्मेदार हैं। सरकार सभी मौतों की जांच करेगी कि कहीं सेना ने ग़लत गोली तो नहीं चलाई है। मगर ज्यादातर मामलों में प्रदर्शनकारियो ने थानों पर हमला किया है। बहुत जगहों पर पुलिस को कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
कौन था बुरहान वानी?
भारत ने आरोप लगाया है कि कश्मीर हिंसा पर पाकिस्तान के बयानों से उसके 'आतंकवाद को शह' देने की पुष्टि होती है। कश्मीर में आतंकवाद पर पाकिस्तान के भड़काऊ बयानों पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने सख़्त प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'पाकिस्तान को हमारी सलाह है कि वह अपने पड़ोसियों के आंतरिक मामलों में दखल देने से परहेज करे।'
पाक पीएम नवाज शरीफ के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया
जैसे ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने हिज्बुल मुजाहिद्दीन के 22 साल के आतंकी बुरहान वानी को 'कश्मीरी नेता' बताया, वैसे ही भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान को भारत के आंतरिक मामलों से दूर रहने की चेतावनी जारी दी।
पाकिस्तान के पीएम शरीफ के कार्यालय ने कहा, "पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों के हाथों कश्मीरी नेता बुरहान वानी और कई नागरिकों की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त किया है।'
हाफिज सईद ने भी की बुरहान के लिए रैली
इस बीच पाक अधिकृत कश्मीर में हिज्बुल के बेस कैंप मुजफ्फराबाद में आतंकी बुरहान वानी की मौत पर एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस सभा को अंतरराष्ट्रीय आंतकी हाफ़िज सईद और सैयद सलाऊद्दीन ने संबोधित किया। सभा में वाणी के समर्थन में पोस्टर भी चिपकाए गए थे। जमात प्रमुख हाफिज सईद ने सार्वजनिक रूप से 'और अधिक बुरहान वानी लाने' की चेतावनी दी। गौरतलब है कि हाफिज को मुंबई हमले सहित भारत में हुई कई आतंकी घटनाओं का मास्टरमाइंड माना जाता है।
आतंकी बुरहान वानी (मध्य) सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय था...
बढ़ गईं महबूबा की मुश्किलें
इस घटना से महबूबा मुफ्ती के लिए भी मुश्किलें बढ़ी हैं। उनकी पार्टी के सांसद हामीद कर्रा ने कश्मीर लाइफ नाम की वेबसाइट को दिए अपने बयान में कहा है कि पीडीपी बदल गई है। 2008 में जब फायरिंग में 6 नौजवान मारे गए थे तब पीडीपी सरकार से बाहर आ गई थी। इस बार 18 नौजवान मारे गए हैं मगर पीडीपी चुप है। ज़ीरो टालरेंस और मैक्सिमम रिस्ट्रेन यानी अधिकतम संयम की नीति खोखली साबित हुई है। उन्होंने केंद्र और राज्य दोनों पर आरोप लगाए हैं। कर्रा ने कहा है कि छह महीने से घाटी उबल रही है, मगर पीडीपी अब आरएसएस के साथ गलबहियां कर रही है। महबूबा मुफ्ती भी इस चुनौती को समझती हैं। उन्होंने कहा है कि बाद की घटनाओं में मारे गए लोगों की स्थिति के बारे में ग़ौर करेंगी। सरकार के प्रवक्ता नईम अख़्तर ने कहा है जो मौत हुई है उसके लिए प्रदर्शनकारी ज़िम्मेदार हैं। सरकार सभी मौतों की जांच करेगी कि कहीं सेना ने ग़लत गोली तो नहीं चलाई है। मगर ज्यादातर मामलों में प्रदर्शनकारियो ने थानों पर हमला किया है। बहुत जगहों पर पुलिस को कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
कौन था बुरहान वानी?
- 15 साल की उम्र में हिज़्बुल से जुड़ा
- सेना से भाई की हत्या का बदला लेना चाहता था
- कश्मीर के त्राल का रहने वाला
- रसूखदार परिवार से था
- हिज़्बुल ने पढ़े-लिखे नौजवानों को जोड़ने का ज़िम्मा सौंपा
- दक्षिण कश्मीर में उसने हिज़्बुल को फिर से स्थापित किया
- सोशल मीडिया पर वीडियो-तस्वीरों से लोकप्रिय था
- अक्सर फ़ौजी वर्दी में नज़र आता था
- हिज़्बुल मुजाहिद्दीन का पोस्टर ब्वॉय कहा जाता था
- उस पर 10 लाख रुपये का इनाम था
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