कश्मीर : बाढ़ की भेंट चढ़ने के एक साल बाद, हिलाल अहमद के घर फिर से गूंजेंगी शहनाई

कश्मीर : बाढ़ की भेंट चढ़ने के एक साल बाद, हिलाल अहमद के घर फिर से गूंजेंगी शहनाई

कश्मीर:

7 सिंतबर 2014 की तारीख़ हिलाल अहमद के ज़ेहन से कभी नहीं मिटेगा, उस दिन कश्मीर के हिलाल अहमद की शादी होने वाली थी जो बाढ़ की भेंट चढ़ गई। उस घटना के एक साल बाद 25 साल के हिलाल का परिवार एक बार फिर से उसकी शादी की तैयारियां कर रहा है, बाढ़ की सालगिरह के ठीक एक साल बाद यानि 7 सितंबर 2015 को।

पिछले साल आए बाढ़ के दौरान एनडीटीवी ने दिखाया था कि कैसे बाढ़ के कारण उनकी शादी स्थगित करनी पड़ी थी और कैसे बाढ़ ने उनके परिवार को पूरी तरह से तबाह कर दिया था। उनका घर बाढ़ में बह गया था और उनके पास कुछ भी नहीं बचा था।   

एनडीटीवी को एक साल बाद दोबारा हिलाल मिले, दो कमरे के चॉल जैसे घर में...एक बार फिर से शादी की तैयारियां करते हुए...

हिलाल और उनका परिवार श्रीनगर के चिनारबाग़ में रहता था, जहां उनकी बर्बादी की कहानी को मोबाइल फोन के वीडियो क्लिप में देखते हुए लोग रो पड़े थे। हिलाल अपने परिवार का अकेला  कमाने वाला शख़्स है वो शॉल की एक दुकान में सेल्समैन के तौर पर काम करता है।
 

हिलाल अहमद के परिवार का नया दो कमरे का घर

सरकारी मदद में मिले 2200 रुपये
हिलाल के मुताबिक, 'पिछला एक साल उनके लिए काफी दिक्कतों भरा रहा क्योंकि उन्हें अपना घर बनाने और शादी के लिए पैसे बचाने के लिए ओवर टाइम में काम करना पड़ा क्योंकि सरकारी मदद में सिर्फ़ 2200 रुपये दिए गए थे।   

हिलाल कहते हैं, 'हमने अपनी पूरी ज़िंदगी में ऐसी तबाही नहीं देखी थी, हमारा सबकुछ खत्म हो गया था। मैंने काफी मेहनत करके लकड़ी का एक घर बनाया और अपने परिवार को दोबारा यहां लाकर बसाया है।'    

हालांकि वो एक साल लेट हो गए हैं, लेकिन अब फिर से उसी लड़की से शादी करने की दोबारा तैयारी कर रहे हैं। उनका परिवार पिछले एक साल से इसी कोशिश में है कि घर में इतना जुटा ले कि नई दुल्हन का स्वागत कर सकें।

हिलाल की मां फैज़ी बानू कहती हैं, 'हमारा घर नष्ट हो गया था, हमारे पास रहने को जगह नहीं थी, ऐसे हालात में हम शादी नहीं कर सकते थे...हम अपनी बहू को कहां रखते?'

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लेकिन एक साल बाद हिलाल और उनका परिवार अब उसकी शादी की तैयारी कर रहे हैं, हालांकि ये शादी भी पूरी सादगी से की जाएगी।