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This Article is From Oct 26, 2021

स्‍कूल के बच्‍चों को पेड़ से बांधकर बीड़ी पीने को किया गया मजबूर, छह गिरफ्तार : पुलिस

एक क्लिप में बच्‍चों को पेड़ से बंधा देखा जा सकता है और गैंग मेंबर उन्‍हें बीड़ी पीने के लिए मजबूर कर रहे हैं. एक अन्‍य क्लिप में एक आरोपी, प्राइमरी स्‍कूल के सात बच्‍चों को एक के बाद एक, छड़ी से पीटते हुए दिखाई दिया. 

स्‍कूल के बच्‍चों को पेड़ से बांधकर बीड़ी पीने को किया गया मजबूर, छह गिरफ्तार : पुलिस
वीडियो में एक आरोपी को बच्‍चों को छड़ी से पीटते हुए देखा गया
बेंगलुरू:

कर्नाटक के बेंगलुरू शहर में एक सरकारी स्‍कूल परिसर में बच्‍चों को पेड़ से बांधकर कथित तौर पर टॉर्चर करने और बीड़ी पीने के लिए मजबूर करने के मामले में कम से कम छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने यह जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार लोगों में छह नाबालिग शामिल हैं. जानकारी के अनुसार, व्‍हाइटफील्‍ड पुलिस क्षेत्र में आने वाले बृहत बेंगलुरू महानागरा पालिका (BBMP) की ओर से संचालित स्‍कूल के  10 से 13 वर्ष के कुछ बच्‍चों को परिसर के अंदर छह लोगों की गैंग द्वारा पिछले कुछ समय से लगातार धमकाया जा रहा था. स्‍थानीय लोगों द्वारा शूट किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि पिछले सप्‍ताह बच्‍चों के साथ क्रूरता की गई थी. एक क्लिप में बच्‍चों को पेड़ से बंधा देखा जा सकता है और गैंग मेंबर उन्‍हें बीड़ी पीने के लिए मजबूर कर रहे हैं. एक अन्‍य क्लिप में एक आरोपी, प्राइमरी स्‍कूल के सात बच्‍चों को एक के बाद एक, छड़ी से पीटते हुए दिखाई दिया. 

अधिकारियों ने बताया कि बच्‍चों नेआरोपियों का आदेश मानने से इनकार किया तो उन्‍हें कथित तौर पर प्रताड़‍ित किया गया. आरोपयों ने इन बच्‍चों को नजदीक की शॉप से बीड़ी खरीदकर लाने के लिए भी मजबूर किया. आरोपियों में से ज्‍यादातर नजदीक की फैक्‍टरियों में काम करते हैं जबकि कुछ स्‍टूडेंट हैं. आरोपियों में से एक को न्‍यायिक हिरासत में भेजा गया है जबकि अन्‍य जुवेनाइल होम में भेजे गए हैं. इन परआईपीसी और जुवेनाइल जस्टिस एक्‍ट की विभिन्‍न सेक्‍शंस के तहत मामला दर्ज किया गया है. आश्‍चर्यजनक रूप से स्‍कूल प्रशासन ने इस मामले में चुप्‍पी साध रखी थी क्‍योंकि आरोपी आसपास के क्षेत्र के रहने वाले हैं और कथित तौर पर उन्‍होंने मामले की जानकारी पुलिस को देने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी. हालांकि स्‍कूल के आसपास रहने वाले कुछ लोगों ने अपने मोबाइल पर बच्‍चों के 'टॉर्चर' के वीडियो बनाए और इन्‍हें स्‍थानीय पार्षद एस श्रीकांत को भेजा जिन्‍होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी. जानकारी के अनुसार, बच्‍चों के अभिभावक भी आरोपियों से डरते थे और पुलिस में शिकायत देने से हिचक रहे थे.    

श्रीकांत ने बताया 'हाल के समय में इस क्षेत्र में गांजे की खपत काफी बढ़ी है. ऐसे लगता है कि वे (आरोपी) गांजा भी पीते होंगे. 'प्रभावित' और आरोपी, दोनों ही इसी क्षेत्र के हैं. ' ब्‍लॉक एजुकेशन ऑफिसर (बेंगलुरू साउथ) डी. हनुमंत्रेया ने कहा, 'दोनों ही वीडियो शनिवार को रिकॉर्ड किए गए. स्‍कूल 11:30 बजे बंद हो गया था. इसकेा बाद दोपहर में कुछ स्‍टूडेंट मैदान में खेलने आए थे, तभी यह घटना हुई. ' उन्‍होंने इस बात से इनकार किया कि ऐसी घटना पहले भी हो चुकी है. पुलिस उपायुक्‍त (व्‍हाइटफील्‍ड) डी देवराज ने 'हमें सूचना मिली थी कि कुछ लोग स्‍कूल परिसर के अंदर रात में शराब पीते है ऐसे में यहां पुलिस पिकेट लगाई गई है और पुलिस की गश्‍त बढ़ाई गई है. यह घटना दोपहर की है, हम ऐसे उपाय करेंगे कि ऐसी घटना दोबारा नहीं हो. '

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