बेंगलुरु:
कर्नाटक में नर्सिंग की छात्रा को टॉयलेट क्लीनर पिलाने का मामला सामने आया है। छात्रा की हालत गंभीर है। कहा जा रहा है कि कथित तौर पर कॉलेज के सीनियर्स ने रैगिंग के दौरान छात्रा को टॉयलेट क्लीनर पीने के लिए मजबूर किया। यह घटना 9 अप्रैल को गुलबर्गा के अल कमर नर्सिंग स्कूल में घटी।
फिनाइल पीने से शरीर के अंदरूनी अंग जले
केरल की फर्स्ट ईयर की छात्रा इस घटना के बाद से अस्पताल में भर्ती है। उसके शरीर के कई अंदरूनी अंग जल गए हैं। कर्नाटक के अस्पताल के ICU में एक हफ्ते तक रहने के बाद छात्रा को कोझीकोड मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है, जहां उसकी हालत खराब बनी हुई है।
छात्रा की मां दिहाड़ी मजदूर
छात्रा की मां दिहाड़ी मजदूर है। उसने 3 लाख का लोन लिया हुआ है ताकि वह अपनी बेटी को पढ़ा सके। परिवार के सदस्यों ने कहा कि अब वह कुछ भी ठोस नहीं खा सकती, उन्होंने हमारी बेटी के साथ ऐसा क्यों किया?
जबरदस्ती पिलाया टॉयलेट क्लीनर
पुलिस को दिए बयान में छात्रा ने आरोप लगाया कि उसे पिछले पांच महीनों से तंग किया जा रहा था। वे मुझे कहते थे कि तुम्हारा रंग काला है, इसी लिए मुझे कोई पसंद नहीं करता। उन्होंने मेरे हाथों को ऊपर की ओर उठाकर मेरे मुंह को जबरदस्ती खोला और टॉयलेट क्लीनर पिला दिया। गुलबर्गा पुलिस ने इस केस की जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन किया है। डॉक्टरों के मुताबिक, टॉयलेट क्लीनर पीने से छात्रा के अंदरूनी अंग जल गए हैं।
स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा, पारिवारिक समस्याओं के चलते फिनाइल पिया
नर्सिंग स्कूल की प्रिंसिपल ने इसे रैगिंग की घटना से जोड़ने से इनकार किया है। उनका कहना है कि यह रैगिंग का मामला नहीं है। लड़की ने पारिवारिक समस्याओं के चलते फिनाइल पिया।
फिनाइल पीने से शरीर के अंदरूनी अंग जले
केरल की फर्स्ट ईयर की छात्रा इस घटना के बाद से अस्पताल में भर्ती है। उसके शरीर के कई अंदरूनी अंग जल गए हैं। कर्नाटक के अस्पताल के ICU में एक हफ्ते तक रहने के बाद छात्रा को कोझीकोड मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया है, जहां उसकी हालत खराब बनी हुई है।
छात्रा की मां दिहाड़ी मजदूर
छात्रा की मां दिहाड़ी मजदूर है। उसने 3 लाख का लोन लिया हुआ है ताकि वह अपनी बेटी को पढ़ा सके। परिवार के सदस्यों ने कहा कि अब वह कुछ भी ठोस नहीं खा सकती, उन्होंने हमारी बेटी के साथ ऐसा क्यों किया?
जबरदस्ती पिलाया टॉयलेट क्लीनर
पुलिस को दिए बयान में छात्रा ने आरोप लगाया कि उसे पिछले पांच महीनों से तंग किया जा रहा था। वे मुझे कहते थे कि तुम्हारा रंग काला है, इसी लिए मुझे कोई पसंद नहीं करता। उन्होंने मेरे हाथों को ऊपर की ओर उठाकर मेरे मुंह को जबरदस्ती खोला और टॉयलेट क्लीनर पिला दिया। गुलबर्गा पुलिस ने इस केस की जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन किया है। डॉक्टरों के मुताबिक, टॉयलेट क्लीनर पीने से छात्रा के अंदरूनी अंग जल गए हैं।
स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा, पारिवारिक समस्याओं के चलते फिनाइल पिया
नर्सिंग स्कूल की प्रिंसिपल ने इसे रैगिंग की घटना से जोड़ने से इनकार किया है। उनका कहना है कि यह रैगिंग का मामला नहीं है। लड़की ने पारिवारिक समस्याओं के चलते फिनाइल पिया।
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