
नई दिल्ली:
दिल्ली में होने जा रहे आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यक्रम एक असमंजस तीन दिन तक कोर्ट में चलता रहा, लेकिन एक असमंजस राजनीतिक दलों में भी दिखाई दिया। कोई भी दल श्री श्री के कार्यक्रम का विरोध करता दिखाई नहीं दिया। खबर यह भी आ रही है कि दिल्ली सरकार की तरफ से भी सेना को पंटून पुल बनाने के लिए खत लिखा था।
खत पर कपिल मिश्रा की सफाई
अब दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा कहते दिखाई दे रहे हैं उनके पत्र को गलत तरीके से पेश किया गया। मीडिया के कुछ दोस्त मेरी चिट्ठी को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। चिट्ठी में कहा गया है कि सेना ने एक पुल बना दिया है, जो काफ़ी नहीं होगा। इतने लोग इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, उसी हिसाब से पुल बनाना चाहिए। मैंने जब खत लिखा तो सेना पहले से ही पुल बना रही थी।
यही है 'आप' की खासियत
कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया है कि यह गर्व की बात है कि हमारे कुछ दोस्त खुलकर सवाल उठा रहे हैं। 'आप' की यही ख़ासियत है। सवाल पूछने की आज़ादी, बहस, असहमत होना लेकिन एक-दूसरे पर भरोसा करना?
इस पर 'आप' नेता संजय सिंह ने सफाई देते हुए कहा, केवल हमारी चिट्ठियों पर ही आर्मी पुल बना सकती है क्या? बिना केंद्र सरकार के कहे सेना यह पुल नहीं बनाएगी। यह एक विश्वस्तरीय कार्यक्रम है और 155 देशों के लोग यहां आ रहे हैं। सिर्फ इस कार्यक्रम को नाकाम करने के लिए हम इसका विरोध नहीं करेंगे। कार्यक्रम की व्यवस्था देखना दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी है। पहले इस कार्यक्रम को लेकर कोई विवाद नहीं था।
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी लिखा...
खत पर कपिल मिश्रा की सफाई
अब दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा कहते दिखाई दे रहे हैं उनके पत्र को गलत तरीके से पेश किया गया। मीडिया के कुछ दोस्त मेरी चिट्ठी को गलत तरीके से पेश कर रहे हैं। चिट्ठी में कहा गया है कि सेना ने एक पुल बना दिया है, जो काफ़ी नहीं होगा। इतने लोग इस कार्यक्रम में शिरकत करेंगे, उसी हिसाब से पुल बनाना चाहिए। मैंने जब खत लिखा तो सेना पहले से ही पुल बना रही थी।
यही है 'आप' की खासियत
कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया है कि यह गर्व की बात है कि हमारे कुछ दोस्त खुलकर सवाल उठा रहे हैं। 'आप' की यही ख़ासियत है। सवाल पूछने की आज़ादी, बहस, असहमत होना लेकिन एक-दूसरे पर भरोसा करना?
केवल हमारी चिट्ठियों पर सेना पुल बनाने लगेगी क्या?So Proud tht some of our friends openly questioning, this is wht makes AAP unique. freedom to ask, debate, disagree but trusting eachother
— Kapil Mishra (@KapilMishraAAP) March 9, 2016
इस पर 'आप' नेता संजय सिंह ने सफाई देते हुए कहा, केवल हमारी चिट्ठियों पर ही आर्मी पुल बना सकती है क्या? बिना केंद्र सरकार के कहे सेना यह पुल नहीं बनाएगी। यह एक विश्वस्तरीय कार्यक्रम है और 155 देशों के लोग यहां आ रहे हैं। सिर्फ इस कार्यक्रम को नाकाम करने के लिए हम इसका विरोध नहीं करेंगे। कार्यक्रम की व्यवस्था देखना दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी है। पहले इस कार्यक्रम को लेकर कोई विवाद नहीं था।
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी लिखा...
Now that NGT has given its verdict, all politics n controversies around AOL event shud be put to rest(1/2)
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 9, 2016
Its a huge cultural event wherein people from 155 countries are coming. Delhi welcomes all guests(2/2)
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 9, 2016
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