नई दिल्ली:
बहुचर्चित 2-जी घोटाले के सिलसिले में जेल में बंद द्रमुक सांसद कनिमोई जमानत नहीं मिलने के बाद गुरुवार को अदालत कक्ष में रो पड़ीं और अपनी मां से लिपट गयीं। आम तौर पर शांत रहने वाली कनिमोई ने अपना आपा खोते हुए संवाददाताओं से उन्हें अकेला छोड़ देने को कहा। विशेष सीबीआई न्यायाधीश ओपी सैनी द्वारा जमानत याचिका खारिज कर दिए जाने के बाद कनिमोई रो पड़ीं और मां रजती अम्मल से लिपट गयीं। अदालत कक्ष में कनिमोई के पति, पुत्र और मां के अलावा द्रमुक के कई नेता और अभिनेत्री खुशबू भी मौजूद थीं। द्रमुक नेताओं में टी आर बालू, टी के एस इलानगोवन, दुरै मुरूगन, वी स्टालिन मौजूद थे। खुशबू ने कहा, मैं यहां कनिमोई को समर्थन देने आयी हूं। फैसले से निराश अभिनेत्री ने कोई टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। बाद में कनिमोई ने प्रतीक्षारत मीडियाकर्मियों पर अपने गुस्से का इजहार करते हुए उन्हें अदालत कक्ष से बाहर जाने को कहा। उन्होंने कहा, ..क्या आप इंसान नहीं हैं? आप लोग यहां क्यों खड़े हैं? कृपया यहां से चले जाइए। कनिमोई के पति जी अरविन्दन भी फैसले से निराश और दुखी दिखे। अन्य आरोपियों के संबंधियों ने कानूनी व्यवस्था की आलोचना की। फिल्म निर्माता करीम मोरानी के एक रिश्तेदार ने कहा कि जब सीबीआई ने भी जमानत याचिका का विरोध किया तो अदालत ने क्यों जमानत देने से इंकार कर दिया। मोरानी के बगल में बैठी उनकी पुत्री जोया मोरानी रो पड़ीं। बाद में आरोपियों और उनके परिजनों के निर्देश पर वकीलों और अदालत के कर्मचारियों ने मीडियाकर्मियांे तथा द्रमुक समर्थकों को अदालत कक्ष से बाहर जाने को कहा।