
एनडीए के समर्थन से नीतीश कुमार फिर से बिहार की सत्ता पर काबिज हुए हैं
नई दिल्ली:
नीतीश कुमार को बिहार में महागठबंधन की बलि चढ़ाने का फल तो बिहार में फिर से सत्ता में काबिज होकर मिल ही गया है. इस बिलदान का एक और बड़ा फायदा उन्हें जल्दी ही केंद्र में भागीदार के साथ मिलने जा रहा है.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को केंद्र में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने का न्यौता दिए जाने के बाद जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) ने कहा है कि पार्टी 19 अगस्त को होने वाली अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इस बाबत ऐलान करेगी. जदयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि पार्टी पटना में होने वाली बैठक में इस स्ताव को मंजूरी देगी.
केसी त्यागी ने कहा कि जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार करेंगे और एनडीए सरकार में शामिल होने की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी.
भाजपा अध्यक्ष ने एक ट्वीट में कहा, ‘मैंने कल अपने आवास पर जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार से मुलाकात की. मैंने एनडीए को जदयू में शामिल होने का न्यौता दिया.’
बिहार में सत्ताधारी जदयू मोदी मंत्रिपरिषद में होने वाले फेरबदल की सूरत में सरकार में शामिल हो सकती है. यानी पार्टी के कुछ नेता मोदी सरकार में मंत्री बन सकते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या जदयू मोदी सरकार में शामिल होगा, इस पर पार्टी के एक नेता ने कहा कि ऐसा फैसला तो स्वाभाविक होगा. उन्होंने कहा, ‘जब हम बिहार की सरकार में एक साथ हैं तो स्वाभाविक है कि हमारी पार्टी केंद्र सरकार में शामिल होगी.’
इस बीच, जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव को राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटाए जाने के कुछ घंटों बाद केसी त्यागी ने कहा कि एक या दो लोग जदयू को बांट नहीं सकते. उन्होंने ने कहा कि शरद पहले ही एक ऐसा रास्ता चुन चुके हैं जो राजद की ओर जाता है. जदयू की विभिन्न प्रदेश इकाइयों के बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन के खिलाफ होने के शरद समर्थकों के दावे पर त्यागी ने कहा कि जदयू सिर्फ बिहार में मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टी है.
जदयू में शरद की वरिष्ठता स्वीकार करते हुए त्यागी ने कहा, ‘शरद जी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं, लेकिन हमें इस बात का दुख है कि उनकी ओर से चुना गया रास्ता हमारे प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय जनता दल तक जाता है.’
उन्होंने कहा कि यह चौंकाने वाली बात है कि शरद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के साथ नजदीकियां बढ़ा रहे हैं, जबकि वह अपने पूरे करियर में उनके खिलाफ लड़ते रहे हैं. त्यागी ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण राज्यसभा सांसद अली अनवर को जदयू संसदीय दल से निलंबित कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ हाथ मिलाने के मुद्दे पर हम पर हमला बोलने का अली अनवर को कोई हक नहीं है, क्योंकि वह खुद ही उनके विधायकों के समर्थन से उच्च सदन के लिए चुने गए. इससे पहले, आज जदयू ने आरसीपी सिंह को राज्यसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया. उन्होंने राज्यसभा के नए सभापति एम. वेंकैया नायडू से मुलाकात की और उन्हें एक पत्र सौंप कर आरसीपी सिंह की नियुक्ति के बारे में अवगत कराया. भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी रह चुके आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री नीतीश के बेहद करीबी माने जाते हैं. राज्यसभा में जदयू के 10 सदस्य हैं .
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ओर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को केंद्र में सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने का न्यौता दिए जाने के बाद जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) ने कहा है कि पार्टी 19 अगस्त को होने वाली अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इस बाबत ऐलान करेगी. जदयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि पार्टी पटना में होने वाली बैठक में इस स्ताव को मंजूरी देगी.
केसी त्यागी ने कहा कि जदयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता पार्टी प्रमुख नीतीश कुमार करेंगे और एनडीए सरकार में शामिल होने की औपचारिक घोषणा कर दी जाएगी.
भाजपा अध्यक्ष ने एक ट्वीट में कहा, ‘मैंने कल अपने आवास पर जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार से मुलाकात की. मैंने एनडीए को जदयू में शामिल होने का न्यौता दिया.’
बिहार में सत्ताधारी जदयू मोदी मंत्रिपरिषद में होने वाले फेरबदल की सूरत में सरकार में शामिल हो सकती है. यानी पार्टी के कुछ नेता मोदी सरकार में मंत्री बन सकते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या जदयू मोदी सरकार में शामिल होगा, इस पर पार्टी के एक नेता ने कहा कि ऐसा फैसला तो स्वाभाविक होगा. उन्होंने कहा, ‘जब हम बिहार की सरकार में एक साथ हैं तो स्वाभाविक है कि हमारी पार्टी केंद्र सरकार में शामिल होगी.’
इस बीच, जदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव को राज्यसभा में पार्टी के नेता पद से हटाए जाने के कुछ घंटों बाद केसी त्यागी ने कहा कि एक या दो लोग जदयू को बांट नहीं सकते. उन्होंने ने कहा कि शरद पहले ही एक ऐसा रास्ता चुन चुके हैं जो राजद की ओर जाता है. जदयू की विभिन्न प्रदेश इकाइयों के बिहार में भाजपा-जदयू गठबंधन के खिलाफ होने के शरद समर्थकों के दावे पर त्यागी ने कहा कि जदयू सिर्फ बिहार में मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टी है.
जदयू में शरद की वरिष्ठता स्वीकार करते हुए त्यागी ने कहा, ‘शरद जी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं, लेकिन हमें इस बात का दुख है कि उनकी ओर से चुना गया रास्ता हमारे प्रतिद्वंद्वी राष्ट्रीय जनता दल तक जाता है.’
उन्होंने कहा कि यह चौंकाने वाली बात है कि शरद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के साथ नजदीकियां बढ़ा रहे हैं, जबकि वह अपने पूरे करियर में उनके खिलाफ लड़ते रहे हैं. त्यागी ने कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण राज्यसभा सांसद अली अनवर को जदयू संसदीय दल से निलंबित कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ हाथ मिलाने के मुद्दे पर हम पर हमला बोलने का अली अनवर को कोई हक नहीं है, क्योंकि वह खुद ही उनके विधायकों के समर्थन से उच्च सदन के लिए चुने गए. इससे पहले, आज जदयू ने आरसीपी सिंह को राज्यसभा में पार्टी का नेता नियुक्त किया. उन्होंने राज्यसभा के नए सभापति एम. वेंकैया नायडू से मुलाकात की और उन्हें एक पत्र सौंप कर आरसीपी सिंह की नियुक्ति के बारे में अवगत कराया. भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के अधिकारी रह चुके आरसीपी सिंह मुख्यमंत्री नीतीश के बेहद करीबी माने जाते हैं. राज्यसभा में जदयू के 10 सदस्य हैं .
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