शहाबुद्दीन (फाइल फोटो)
पटना:
बाहुबली नेता मो. शहाबुद्दीन की जमानत के बाद बिहार में मची सियासी उथल-पुथल और सत्तारूढ़ जेडीयू-आरजेडी महागठबंधन सरकार में दिख रही तल्खी के बीच अहम खबर है कि बिहार सरकार शहाबुद्दीन की जमानत के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करेगी. सूत्रों के मुताबिक, जेडीयू इस मुद्दे पर ढिलाई के मूड में नहीं है.
सूत्रों की मानें तो बिहार सरकार शहाबुद्दीन की जमानत रद्द कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटागी. यहां तक कि चंदा बाबू के तीन बेटों की हत्या समेत शहाबुद्दीन के खिलाफ अन्य लंबित केसों की सुनवाई में भी कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी.
साथ ही पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या का दोषी और शहाबुद्दीन का करीबी मो. कैफ भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और शहाबुद्दीन से उसकी कीरीब को सबूत के तौर इस्तेमाल किया जाएगा.
इससे पहले हत्या के आरोपी की तस्वीर आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबद्दीन के साथ भी सामने आई थी. जब बाहुबली नेता मो शहाबुद्धीन 11 साल बाद बेल पर जेल से निकलकर आए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपना विवादित बयान दिया तो उस दिन के फोटोग्राफ और वीडियो फुटेज में उनके पीछे एक कथित शार्पशूटर मो कैफ को देखा गया. ये तस्वीरें मीडिया में जारी हो गई हैं.
सूत्रों की मानें तो बिहार सरकार शहाबुद्दीन की जमानत रद्द कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटागी. यहां तक कि चंदा बाबू के तीन बेटों की हत्या समेत शहाबुद्दीन के खिलाफ अन्य लंबित केसों की सुनवाई में भी कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी.
साथ ही पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या का दोषी और शहाबुद्दीन का करीबी मो. कैफ भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और शहाबुद्दीन से उसकी कीरीब को सबूत के तौर इस्तेमाल किया जाएगा.
इससे पहले हत्या के आरोपी की तस्वीर आरजेडी के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबद्दीन के साथ भी सामने आई थी. जब बाहुबली नेता मो शहाबुद्धीन 11 साल बाद बेल पर जेल से निकलकर आए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर अपना विवादित बयान दिया तो उस दिन के फोटोग्राफ और वीडियो फुटेज में उनके पीछे एक कथित शार्पशूटर मो कैफ को देखा गया. ये तस्वीरें मीडिया में जारी हो गई हैं.
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