यह ख़बर 20 अक्टूबर, 2011 को प्रकाशित हुई थी

जयललिता से कोर्ट में पूछे गए 379 सवाल

खास बातें

  • जयललिता चाहती थीं कि उनकी जगह वकील कोर्ट में आएं, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें खुद कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया।
बेंगलुरु:

तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति के 15 साल पुराने मामले में गुरुवार को बेंगलुरू की एक विशेष अदालत में कड़ी सुरक्षा के बीच पेश हुईं। मामले की सुनवाई बंद कमरे में हुई। जयललिता पहली बार सुनवाई के दौरान अदालत में पेश हुईं हैं। करीब पांच घंटे तक चली कार्यवाही के बाद उनके वकील ने कहा कि सुनवाई अधूरी रही और कल भी यह जारी रहेगी। जयललिता के खिलाफ आय के ज्ञात स्रोतों से कहीं अधिक 66 करोड़ रुपए की संपत्ति एकत्र करने का आरोप है। जयललिता का बयान विशेष न्यायाधीश बी एम मल्लिकाजरुनैया की अदालत में रिकार्ड किया गया। नगर के बाहरी हिस्से में बने पराप्पना अग्रहारा केंद्रीय जेल के पास कड़ी सुरक्षा के बीच एक अस्थायी अदालत में उनकी सुनवाई हुई। उनके वरिष्ठ वकील बी कुमार ने कहा कि जयललिता से 379 सवाल पूछे गए और उन्होंने उन सवालों का उचित जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जयललिता से कल भी इतने ही सवाल पूछे जाएंगे। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि पूछे गए सवाल अभियोजन द्वारा बतायी गयी स्थिति पर आधारित थे। न्यायाधीश और चार आरोपियों सहित सिर्फ 15 लोग ही अदालत कक्ष में थे। आरोपियों में जयललिता, उनकी करीबी शशिकला नटराजन, शशिकला के रिश्तेदार सुधाकरन और इलावरासी शामिल हैं। सुनवाई समाप्त होने के तुरंत बाद 63 वर्षीय जयललिता चेन्नई रवाना हो गयीं। वह कल फिर लौटेंगी। उच्चतम न्यायालय ने कल जयललिता की याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने सुरक्षा वजहों से सुनवाई कुछ दिनों तक स्थगित किए जाने का अनुरोध किया था। न्यायालय ने उनसे विशेष अदालत के समक्ष पेश होने को कहा था। जयललिता एक विशेष विमान से यहां आयीं और एक साफ्टवेयर कंपनी के परिसर में बने हेलीपैड तक हेलीकाप्टर से गयीं। वहां से वह सड़क मार्ग से अदालत पहुंची। जयललिता के साथ उनके मंत्रिमंडल के कई सहयोगी और अन्नाद्रमुक के विधायक भी आए थे। उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। इस वजह से रास्ते में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी मौजूद थे। सूत्रों के अनुसार जयललिता को कटघरे में नहीं खड़ा किया गया। उन्हें न्यायाधीश के सामने आगे बिठाया गया। इस बीच समता सैनिक दल के कार्यकर्ताओं ने रामनाथपुरम जिले में दलितों पर पुलिस गोलीबारी के विरोध में जयललिता के खिलाफ नारेबाजी की और काले झंडे लहराए।


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com