हिसार:
अन्य पिछड़े वर्गों के तहत सरकारी नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहे जाटों ने हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा से आश्वासन पाने के बाद 23 दिन पुराना अपना आंदोलन वापस ले लिया।
लंबे विचार-विमर्श के बाद खाप नेताओं और ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने संयुक्त रूप से 13 सितंबर तक के लिए आंदोलन स्थगित करने का ऐलान किया। उन्होंने छह मार्च को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प में मारे गए एक युवक के शव का अंतिम संस्कार करने पर भी सहमति जताई।
उल्लेखनीय है कि ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति आंदोलन का नेतृत्व कर रही थी।
समिति के महासचिव महेन्दर सिंह पुनिया ने पत्रकारों से कहा, ‘चूंकि मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने ओबीसी दर्जे की समुदाय की मांग के बारे में सर्व-खाप नेताओं को आश्वासन दिया है, हमने आंदोलन निलंबित करने का फैसला किया है।’
लंबे विचार-विमर्श के बाद खाप नेताओं और ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने संयुक्त रूप से 13 सितंबर तक के लिए आंदोलन स्थगित करने का ऐलान किया। उन्होंने छह मार्च को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प में मारे गए एक युवक के शव का अंतिम संस्कार करने पर भी सहमति जताई।
उल्लेखनीय है कि ऑल इंडिया जाट आरक्षण संघर्ष समिति आंदोलन का नेतृत्व कर रही थी।
समिति के महासचिव महेन्दर सिंह पुनिया ने पत्रकारों से कहा, ‘चूंकि मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने ओबीसी दर्जे की समुदाय की मांग के बारे में सर्व-खाप नेताओं को आश्वासन दिया है, हमने आंदोलन निलंबित करने का फैसला किया है।’
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