जम्मू-कश्मीर में तैनात सुरक्षा बल (फाइल फोटो)
श्रीनगर:
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में आज सुरक्षा बलों एवं आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अनंतनाग में बिजबहेड़ा इलाके के हसनपोरा गांव में आतंकवादियों के मौजूद होने की विशेष खुफिया जानकारी के बाद आज सुबह वहां तलाशी अभियान शुरू किया गया.
उन्होंने कहा कि जब सुरक्षा बल तलाशी अभियान चला रहे थे तभी आतंकवादियों ने गोलीबारी की जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई. अधिकारी ने कहा कि इन पंक्तियों के लिखे जाने तक गोलीबारी जारी थी. विस्तृत जानकारी का अभी इंतजार किया जा रहा है.
मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर हो गया है जिसकी पहचान जुनैद उर्फ तौसीफ के रूप में हुई है. वह 4 जून को अनंतनाग के केपी रोड पर हुए हमले में भी शामिल था. इस हमले में दो पुलिसकर्मी मारे गए थे.
संबधित अधिकारियों ने बताया कि हुसैनपोरा में लश्कर का स्थानीय कमांडर माजिद जरगर उर्फ गनई उर्फ तल्हा फंसा है. पहले बताया जा रहा था कि उसके साथ लश्कर कमांडर अबू दुजाना भी है, लेकिन अब कहा जा रहा है कि दुजाना गत शाम को ही घेराबंदी तोड भाग निकला था. खबर की पुष्टि मुठभेड़ समाप्त होने के बाद ही की जा सकती है.
गौरतलब है कि अबु दुजाना वादी में गत चार वर्षों से सक्रिय है. वह अगस्त 2015 में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीएसएफ काफिले पर हुए हमले की साजिश में भी शामिल था और अबु कासिम के मारे जाने के बाद लश्कर ने उसे दक्षिण कश्मीर की कमान सौंपी थी. जुलाई में आतंकी बुरहान के जनाजे में भी वह शामिल हुआ था और उसके बाद 31 जुलाई को भी वह करीमाबाद पुलवामा में आयोजित एक भारत विरोधी रैली में शामिल हुआ था.
उन्होंने कहा कि जब सुरक्षा बल तलाशी अभियान चला रहे थे तभी आतंकवादियों ने गोलीबारी की जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई. अधिकारी ने कहा कि इन पंक्तियों के लिखे जाने तक गोलीबारी जारी थी. विस्तृत जानकारी का अभी इंतजार किया जा रहा है.
मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर हो गया है जिसकी पहचान जुनैद उर्फ तौसीफ के रूप में हुई है. वह 4 जून को अनंतनाग के केपी रोड पर हुए हमले में भी शामिल था. इस हमले में दो पुलिसकर्मी मारे गए थे.
संबधित अधिकारियों ने बताया कि हुसैनपोरा में लश्कर का स्थानीय कमांडर माजिद जरगर उर्फ गनई उर्फ तल्हा फंसा है. पहले बताया जा रहा था कि उसके साथ लश्कर कमांडर अबू दुजाना भी है, लेकिन अब कहा जा रहा है कि दुजाना गत शाम को ही घेराबंदी तोड भाग निकला था. खबर की पुष्टि मुठभेड़ समाप्त होने के बाद ही की जा सकती है.
गौरतलब है कि अबु दुजाना वादी में गत चार वर्षों से सक्रिय है. वह अगस्त 2015 में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर बीएसएफ काफिले पर हुए हमले की साजिश में भी शामिल था और अबु कासिम के मारे जाने के बाद लश्कर ने उसे दक्षिण कश्मीर की कमान सौंपी थी. जुलाई में आतंकी बुरहान के जनाजे में भी वह शामिल हुआ था और उसके बाद 31 जुलाई को भी वह करीमाबाद पुलवामा में आयोजित एक भारत विरोधी रैली में शामिल हुआ था.
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