महबूबा मुफ्ती (फाइल फोटो)
जम्मू/श्रीनगर:
केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू और जितेंद्र सिंह सोमवार को पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती के शपथग्रहण समारोह में शामिल होंगे। महबूबा जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगी। महबूबा ने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को भी चार अप्रैल को प्रस्तावित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्योता दिया है।
उमर अबदुल्ला ने आमंत्रण पर खुशी जताई
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लिखा, ‘महबूबा मुफ्ती के फोन करने और अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाने से बहुत प्रसन्न हूं।’ उमर अबदुल्ला ने लिखा, ‘मैं चार अप्रैल को समारोह में शामिल होने के बारे में सोच रहा हूं।’
सोमवार को सुबह शपथ ग्रहण समारोह
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि महबूबा, उप मुख्यमंत्री मनोनीत डॉ निर्मल सिंह और अन्य मंत्री सोमवार को राजभवन में पूर्वाह्न 11 बजे शपथ ग्रहण करेंगे। महबूबा शपथग्रहण करने से एक दिन पहले रविवार को जम्मू पहुंचेंगी तथा मंत्रालय के गठन और पदों के बंटवारे पर पार्टी नेताओं और भाजपा विधायक दल के नेता डॉ निर्मल सिंह से चर्चा करेंगी। वह नई सरकार के गठन के मद्देनजर पीडीपी के पुनर्गठन के लिए पार्टी नेतृत्व के साथ भी बैठक करेंगी। इस संबंध में पीडीपी और भाजपा ने एक संयुक्त संदेश राज्यपाल एनएन वोहरा को भेजा है।
भाजपा ने मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप दिया
भाजपा ने भी अपने राष्ट्रीय महासचिव राम माधव के नेतृत्व में अपने पार्टी नेतृत्व की बैठक में शपथग्रहण की तारीख चार अप्रैल रखे जाने पर मुहर लगा दी है। राम माधव बैठक के लिए शुक्रवार की शाम को जम्मू पहुंचे थे। डॉ निर्मल सिंह के आवास पर पार्टी कोर ग्रुप की बैठक हुई और मंत्रियों तथा पदों से संबंधित सूची को अंतिम रूप दिया गया।
दोनों दलों के बीच तीन दिन चली चर्चा
बीती रात एक विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले माधव ने संवाददाताओं से कहा कि दोनों दलों के नेताओं के बीच तीन दिन तक चली चर्चा में दोनों दलों के बीच के सभी मुद्दों का हल निकाल लिया गया है। माधव ने कहा कि यह अच्छा है कि महबूबा राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। उन्होंने कहा, ‘एक साफ छवि की, अच्छी और विकासोन्मुखी सरकार हमारी प्राथमिकता है ।’
महबूबा को पीडीपी विधायक दल का नेता चुने जाने के दो दिन बाद पीडीपी और भाजपा ने 26 मार्च को सरकार बनाने का दावा पेश किया था। अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद महबूबा पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार की मुख्यमंत्री बनने को लेकर अनिच्छा जताती रहीं। सईद एक मार्च 2015 से लेकर इस साल सात जनवरी को अपने निधन तक पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री रहे।
मोदी से मुलाकात के बाद टूटा गतिरोध
महबूबा पिछले साल दोनों दलों द्वारा तय किए गए गठबंधन एजेंडा, साझा न्यूनतम कार्यक्रम के क्रियान्वयन को लेकर केंद्र सरकार से आश्वासन मांगती रहीं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में विश्वास पैदा करने वाले कुछ कदमों की भी मांग की। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 22 मार्च को हुई उनकी मुलाकात ने राज्य में सरकार गठन को लेकर दो महीने से चले आ रहे गतिरोध को तोड़ दिया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
उमर अबदुल्ला ने आमंत्रण पर खुशी जताई
नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर लिखा, ‘महबूबा मुफ्ती के फोन करने और अपने शपथ ग्रहण समारोह में बुलाने से बहुत प्रसन्न हूं।’ उमर अबदुल्ला ने लिखा, ‘मैं चार अप्रैल को समारोह में शामिल होने के बारे में सोच रहा हूं।’
सोमवार को सुबह शपथ ग्रहण समारोह
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि महबूबा, उप मुख्यमंत्री मनोनीत डॉ निर्मल सिंह और अन्य मंत्री सोमवार को राजभवन में पूर्वाह्न 11 बजे शपथ ग्रहण करेंगे। महबूबा शपथग्रहण करने से एक दिन पहले रविवार को जम्मू पहुंचेंगी तथा मंत्रालय के गठन और पदों के बंटवारे पर पार्टी नेताओं और भाजपा विधायक दल के नेता डॉ निर्मल सिंह से चर्चा करेंगी। वह नई सरकार के गठन के मद्देनजर पीडीपी के पुनर्गठन के लिए पार्टी नेतृत्व के साथ भी बैठक करेंगी। इस संबंध में पीडीपी और भाजपा ने एक संयुक्त संदेश राज्यपाल एनएन वोहरा को भेजा है।
भाजपा ने मंत्रियों की सूची को अंतिम रूप दिया
भाजपा ने भी अपने राष्ट्रीय महासचिव राम माधव के नेतृत्व में अपने पार्टी नेतृत्व की बैठक में शपथग्रहण की तारीख चार अप्रैल रखे जाने पर मुहर लगा दी है। राम माधव बैठक के लिए शुक्रवार की शाम को जम्मू पहुंचे थे। डॉ निर्मल सिंह के आवास पर पार्टी कोर ग्रुप की बैठक हुई और मंत्रियों तथा पदों से संबंधित सूची को अंतिम रूप दिया गया।
दोनों दलों के बीच तीन दिन चली चर्चा
बीती रात एक विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले माधव ने संवाददाताओं से कहा कि दोनों दलों के नेताओं के बीच तीन दिन तक चली चर्चा में दोनों दलों के बीच के सभी मुद्दों का हल निकाल लिया गया है। माधव ने कहा कि यह अच्छा है कि महबूबा राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं। उन्होंने कहा, ‘एक साफ छवि की, अच्छी और विकासोन्मुखी सरकार हमारी प्राथमिकता है ।’
महबूबा को पीडीपी विधायक दल का नेता चुने जाने के दो दिन बाद पीडीपी और भाजपा ने 26 मार्च को सरकार बनाने का दावा पेश किया था। अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद महबूबा पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार की मुख्यमंत्री बनने को लेकर अनिच्छा जताती रहीं। सईद एक मार्च 2015 से लेकर इस साल सात जनवरी को अपने निधन तक पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री रहे।
मोदी से मुलाकात के बाद टूटा गतिरोध
महबूबा पिछले साल दोनों दलों द्वारा तय किए गए गठबंधन एजेंडा, साझा न्यूनतम कार्यक्रम के क्रियान्वयन को लेकर केंद्र सरकार से आश्वासन मांगती रहीं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में विश्वास पैदा करने वाले कुछ कदमों की भी मांग की। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 22 मार्च को हुई उनकी मुलाकात ने राज्य में सरकार गठन को लेकर दो महीने से चले आ रहे गतिरोध को तोड़ दिया।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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