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This Article is From Jan 12, 2020

हिजबुल आतंकियों के साथ पकड़े गए DSP के साथ आतंकी जैसा ही सलूक: जम्मू कश्मीर पुलिस

जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) पुलिस के आईजी विजय कुमार (Vijay Kumar) ने कहा, 'देवेंद्र सिंह ने आतंकवाद विरोधी अभियान में बहुत काम किया है, लेकिन जिन परिस्थितियों में उन्हें गिरफ्तार किया गया है, वह एक जघन्य अपराध है.

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के कुलगाम में चेकिंग के दौरान रविवार को एक गाड़ी से हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों को गिरफ़्तार किया गया. हैरानी की बात ये है कि जिस वक़्त इन आतंकियों को पकड़ा गया उस वक़्त उनके साथ गाड़ी में जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक डीएसपी देवेंद्र सिंह भी मौजूद था. सुरक्षाबलों ने आतंकियों के साथ ही डीएसपी को भी गिरफ़्तार कर लिया और उनसे पूछताछ की जा रही है. इस बीच जम्मू कश्मीर पुलिस ने मामले को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. जम्मू कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार (Vijay Kumar) ने कहा, 'देवेंद्र सिंह ने आतंकवाद विरोधी अभियान में बहुत काम किया है, लेकिन जिन परिस्थितियों में उन्हें गिरफ्तार किया गया है, वह एक जघन्य अपराध है. वो आतंकियों को बिठाकर गाड़ी पर ले जा रहे थे, इसलिए उनके साथ आतंकी जैसा ही सलूक किया गया है. उनसे पूछताछ जारी है.

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उन्होंने कहा कि उनसे पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं. बता दें कि देवेंद्र सिंह को पिछले साल ही राष्ट्रपति पुलिस मेडल से नवाज़ा गया था. वर्तमान में देवेंद्र सिंह की तैनाती श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर थी. पकड़े गए आतंकियों का नाम सैयद नवीद मुश्ताक और आसिफ राथर है. नवीद बाबू, हिजबुल का टॉप कमांडर है, जबकि राथर तीन साल पहले इस आतंकी संगठन से जुड़ा था.

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बता दें कि हिजबुल आतंकी नवीद पर अक्‍टूबर और नवंबर महीने में दक्षिण कश्‍मीर में 11 गैर कश्‍मीरियों की हत्‍या में शामिल होने का आरोप है, जिनमें मजदूर और ट्रक ड्राइवर शामिल थे. पिछले साल अगस्‍त महीने में जम्‍मू कश्‍मीर से विशेष राज्‍य का दर्जा हटाए जाने के बाद इन हत्‍याओं की श्रृंखला को अंजाम दिया गया था, ताकि सेब उद्योग को नुकसान पहुंचाया जा सके. पुलिस सूत्रों ने बताया कि वो नवीद की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे और जब उसने अपने भाई को फोन किया तो उसके ठिकाने का पता चला. पुलिस ने वनपोह में एक गाड़ी को रोका जिसमें हिजबुल आतंकी जो कि एक पूर्व विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) भी रहा है, उसके साथी आसिफ और डीसीपी देवेंद्र सिंह यात्रा कर रहे थे.

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देवेंद्र सिंह को पिछले वर्ष 15 अगस्‍त को राष्‍ट्रपति पुलिस मेडल से सम्‍मानित किया गया था. दविंदर सिंह और नवीद बाबू की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद पुलिस ने श्रीनगर और दक्षिण कश्‍मीर में कई जगहों पर छापे मारे और भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद बरामद किया जिसे डीसीपी व अन्‍य आतंकियों ने छुपा रखा था.

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