हैदराबाद:
आंध्र प्रदेश में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रमुख वाईएस जगनमोहन रेड्डी के वफादार 29 विधायकों ने दिवंगत मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी का नाम केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा उनके पुत्र के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में शामिल करने के विरोध में रविवार को इस्तीफा देने का निर्णय लिया। सीबीआई इन दिनों जगन के खिलाफ अवैध सम्पत्ति अर्जित करने के मामले में जांच कर रही है। इस्तीफे की पेशकश करने वाले 24 विधायकों में अधिकतर सत्तारूढ़ कांग्रेस के सदस्य हैं। वाईएसआर कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि पांच अन्य विधायक इस्तीफा देने के लिए तैयार हैं। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के कार्यालय में बैठक के बाद कांग्रेस नेता अमरनाथ रेड्डी ने पत्रकारों को बताया कि उन्होंने अपने प्रिय दिवंगत नेता के प्रति सम्मान के चलते इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा, "जब वाईएसआर मुख्यमंत्री थे तब कांग्रेस उन्हें भगवान कहती थी और अब वही दल प्राथमिकी में नाम शामिल करके उनका चरित्र हनन कर रही है।" उन्होंने कहा कि वे लोग रविवार शाम को विधानसभा अध्यक्ष एन. मनोहर को इस्तीफा सौंप देंगे। वाईएसआर कांग्रेस के नेता जूपूडी प्रभाकर ने कहा, "आप को आश्चर्यचकित नहीं होना चाहिए अगर सोमवार को 29 और विधायक इस्तीफा सौंप दें।" इसके अलावा सम्भावना व्यक्त की जा रही है कि दो सांसद और चार विधानपरिषद सदस्य भी इस्तीफे देने की तैयारी कर रहे हैं। सीबीआई आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के निर्देश पर जगन के खिलाफ जांच कर रही है। उच्च न्यायालय में याचिका राज्य सरकार के एक मंत्री और तेलुगू देशम पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा दाखिल की गई थी। सीबीआई पिछले चार दिनों से जगन के ठिकानों पर छापा डालकर जांच कर रही है। जगन इन दिनों कृष्णा जिले की यात्रा पर हैं और अपने पिता की मौत पर आत्महत्या करने वाले लोगों के परिजनों से मिल रहे हैं। बैठक में भाग लेने वालों में पी. सुभाष चंद्र बोस, बी. श्रीनिवास रेड्डी, कोंडा सुरेखा और के. रामकृष्णा हैं, जो वाईएसआर मंत्रिमण्डल के सदस्य थे। इनके अलावा अभिनेत्री से विधायक बनीं जयसुधा, प्रजा राज्यम पार्टी की विधायक शोभा नागी रेड्डी ने भी बैठक में हिस्सा लिया।
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