
Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी द्वारा संचालित कंपनियों को संदेहास्पद वित्तपोषण के आरोपों के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस पूरे विवाद से खुद को अलग कर लिया।
संघ ने कहा कि उसे गडकरी को लेकर चल रहे विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। इस विवाद पर बयान जारी करते हुए संघ ने कहा कि वह संघ को इस विवाद में घसीटने के प्रयासों से दुखी हैं।
संघ के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने कहा कि हमें इन विवादों में संघ का नाम घसीटे जाने के प्रयासों से काफी अफसोस है।
जोशी का यह बयान उन मीडिया खबरों के बाद आया है, जिनमें दावा किया गया है कि संघ गडकरी के बचाव की कोशिश कर रहा है।
विवाद शुरू होने से पहले गडकरी का लगातार दूसरी बार भाजपा अध्यक्ष बनना तय समझा जा रहा था। इसके लिए पार्टी के विधान में संशोधन भी कर लिया गया है।
जोशी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में मीडिया कुछ नेताओं के निगमित मामलों में कुछ अनियमितताओं के आरोप लगा रहा है। इन आरोपों की ओर आम लोगों का काफी ध्यान आकृष्ट हुआ है।
जोशी ने कहा कि जो आरोप लग रहे हैं, केवल मीडिया की ओर से आए हैं, अभी किसी अधिकृत एजेंसी को इन आरोपों की जांच करना बाकी है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन आरोपों को लेकर हो रही भाषणबाजी अधिकांशत: राजनीतिक हो गई है।
संघ ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई गैर राजनीतिक स्तर पर बिना किसी पक्षपात के होनी चाहिए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
Nitin Gadkari, Gadkari Investor Firms, Purti Group, नितिन गडकरी, गडकरी की कंपनी, नितिन गडकरी के खिलाफ जांच, पूर्ति ग्रुप