
इरोम शर्मिला की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद, अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाली कार्यकर्ता इरोम शर्मिला अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना चाहती हैं और उन्हें उम्मीद है कि उन्हें प्रधानमंत्री से 'अच्छी सलाह' मिलेगी.
शर्मिला ने बीते 26 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से मुलाकात कर अपने राज्य मणिपुर में 'प्रमुख राजनीतिक' पार्टियों को हराने के संबंध में उनकी सलाह ली थी. उन्होंने कहा, 'अच्छी सलाह की हमेशा उम्मीद की जानी चाहिए. चाहे व्यक्ति दुश्मन है या दोस्त, अगर उसके पास अच्छे विचार हैं और वह मुझसे साझा करना चाहता है तो मैं सलाह लूंगी.' शर्मिला से पूछा गया था कि क्या वह प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलकर उनकी सलाह लेंगी, क्योंकि वह आम चुनावों में भारी बहुमत से जीते हैं.
शर्मिला पहले भी मोदी से मिलकर विवादित सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) अधिनियम (अफ्सपा) को हटाने के लिए उनकी मदद लेने की इच्छा जाहिर कर चुकी हैं. उन्होंने अपनी मांग दोहराते हुए कहा, 'यह मुमकिन है, मैं उनसे मिलूंगी क्योंकि वह ऐसी हस्ती हैं जो मेरी मांग को पूरा कर सकते हैं.'
मणिपुर के स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता हिजाम इराबोट की 120वीं जयंती के मौके पर नॉर्थ ईस्ट फोरम फॉर इंटरनेशनल सॉलिडेटरी (एनईएफआईएस) की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में शर्मिला ने शुक्रवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित किया था.
बीती 9 अगस्त को 'आयरन लेडी' ने 16 साल से चले आ रहे अपने अनशन को तोड़ दिया था. यह अनशन अफ्सपा को हटाने की मांग को लेकर था. उन्होंने ऐलान किया था कि वह पार्टी बनाएंगी, क्योंकि वह मणिपुर की मुख्यमंत्री बनना चाहती हैं ताकि अपनी मांग पर जोर डाल सकें.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शर्मिला ने बीते 26 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल से मुलाकात कर अपने राज्य मणिपुर में 'प्रमुख राजनीतिक' पार्टियों को हराने के संबंध में उनकी सलाह ली थी. उन्होंने कहा, 'अच्छी सलाह की हमेशा उम्मीद की जानी चाहिए. चाहे व्यक्ति दुश्मन है या दोस्त, अगर उसके पास अच्छे विचार हैं और वह मुझसे साझा करना चाहता है तो मैं सलाह लूंगी.' शर्मिला से पूछा गया था कि क्या वह प्रधानमंत्री मोदी से भी मिलकर उनकी सलाह लेंगी, क्योंकि वह आम चुनावों में भारी बहुमत से जीते हैं.
शर्मिला पहले भी मोदी से मिलकर विवादित सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) अधिनियम (अफ्सपा) को हटाने के लिए उनकी मदद लेने की इच्छा जाहिर कर चुकी हैं. उन्होंने अपनी मांग दोहराते हुए कहा, 'यह मुमकिन है, मैं उनसे मिलूंगी क्योंकि वह ऐसी हस्ती हैं जो मेरी मांग को पूरा कर सकते हैं.'
मणिपुर के स्वतंत्रता सेनानी और सामाजिक कार्यकर्ता हिजाम इराबोट की 120वीं जयंती के मौके पर नॉर्थ ईस्ट फोरम फॉर इंटरनेशनल सॉलिडेटरी (एनईएफआईएस) की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में शर्मिला ने शुक्रवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित किया था.
बीती 9 अगस्त को 'आयरन लेडी' ने 16 साल से चले आ रहे अपने अनशन को तोड़ दिया था. यह अनशन अफ्सपा को हटाने की मांग को लेकर था. उन्होंने ऐलान किया था कि वह पार्टी बनाएंगी, क्योंकि वह मणिपुर की मुख्यमंत्री बनना चाहती हैं ताकि अपनी मांग पर जोर डाल सकें.
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