
केरल में हाल ही में एक बच्चे को गलत तरीके से गोद देने का मामला सामने आया था. इस बच्चे को आंध्र प्रदेश के एक दंपत्ति ने गोद लिया था और इसकी देखभाल एक साल से कर रहे थे. वहीं केरल राज्य बाल कल्याण परिषद (केएससीसीडब्ल्यू) के अधिकारियों ने अब इस बच्चे को दंपत्ति से वापस ले लिया है और बच्चे को अपने साथ केरल ले आए हैं. केरल राज्य बाल कल्याण परिषद (केएससीसीडब्ल्यू) के अधिकारी देर रात आंध्र प्रदेश पहुंचे और वहां से बच्चे को वापस राज्य ले आए हैं. इस बच्चे को बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने बच्चों की देखभाल करने वाली एक संस्था को सौंपा दिया है.
क्या है पूरा मामला
आंध्र प्रदेश में एक दंपत्ति एक वर्षीय लड़के की देखभाल कर रहे थे. लेकिन संदेश था कि ये बच्चा अनुपमा एस चंद्रन का है. अनुपमा एस चंद्रन के अनुसार उसके माता-पिता ने बच्चे को जन्म के तुरंत बाद उससे अलग कर दिया था और उसका अपहरण कर लिया था. उसके माता-पिता ने उसकी सहमति के बिना ही एक साल पहले केएससीसीडब्ल्यू के जरिए बच्चे को गोद दे दिया था. ये बच्चा आंध्र प्रदेश में एक जोड़े की देखभाल में था.
धरने पर हैं अनुपमा
अनुपमा एस चंद्रन और उनके साथी अजित कुछ दिनों से केएससीसीडब्ल्यू कार्यालय के सामने धरना दे रहे हैं और अपने बच्चे को वापस सौंपने की मांग कर रहे हैं. वहीं बाल कल्याण आयोग ने 18 नवंबर को एक आदेश जारी करते हुए केएससीसीडब्ल्यू को बच्चे को राज्य में वापस लाने का निर्देश दिया था.
आदेश मिलने के बाद केएससीसीडब्ल्यू अधिकारियों के नेतृत्व में एक दल आंध्र प्रदेश गया और शनिवार को दंपति से बच्चे को वापस ले लिया. दल बच्चा लेकर रविवार रात तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डा पहुंचा. बच्चे को सीडब्ल्यूसी के निर्देशानुसार बच्चों की देखभाल करने वाली एक संस्था को सौंपा गया है. सीडब्ल्यूसी के आदेश के मुताबिक, बच्चे के जैविक माता-पिता का पता लगाने के लिए डीएनए जांच की मदद ली जाएगी.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं