नई दिल्ली:
औद्योगिक इकाईयों में हिंसा से विनिर्माण केंद्र और अनुकूल निवेश गंतव्य के तौर पर भारत की छवि खराब होगी। यह बात सार्क वाणिज्य एवं उद्योग चेंबर के अध्यक्ष विक्रमजीत साहनी ने बुधवार को कही।
मारुति सुजुकी की मानेसर इकाई में हाल में हुई घटनाओं की आलोचना करते हुए साहनी ने कहा कि प्रबंधन और कामगारों के बीच मतभेद शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहिए।
उन्होंने एक बयान में कहा ‘‘विशेष तौर पर आर्थिक नरमी के मद्देनजर हिंसा की कार्रवाई से विनिर्माण केंद्र और अनुकूल निवेश गंतव्य के तौर पर भारत की छवि खराब हो रही है।’’
इसी तरह का विचार व्यक्त करते हुए एंप्लॉयर्स फेडरेशन आफ इंडिया के महासचिव शरद पाटिल ने भी कहा कि कर्मचारियों के साथ संबंध पर एक नियमावली तैयार करने की जरूरत है जिसमें नियोक्ता, कर्मचारी, ट्रेड यूनियन, सरकार और समाज की भूमिका शामिल होनी चाहिए ताकि काम की करने की जगह हिंसा मुक्त रहे।
मारुति सुजुकी की मानेसर इकाई में हाल में हुई घटनाओं की आलोचना करते हुए साहनी ने कहा कि प्रबंधन और कामगारों के बीच मतभेद शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाना चाहिए।
उन्होंने एक बयान में कहा ‘‘विशेष तौर पर आर्थिक नरमी के मद्देनजर हिंसा की कार्रवाई से विनिर्माण केंद्र और अनुकूल निवेश गंतव्य के तौर पर भारत की छवि खराब हो रही है।’’
इसी तरह का विचार व्यक्त करते हुए एंप्लॉयर्स फेडरेशन आफ इंडिया के महासचिव शरद पाटिल ने भी कहा कि कर्मचारियों के साथ संबंध पर एक नियमावली तैयार करने की जरूरत है जिसमें नियोक्ता, कर्मचारी, ट्रेड यूनियन, सरकार और समाज की भूमिका शामिल होनी चाहिए ताकि काम की करने की जगह हिंसा मुक्त रहे।
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