इुंद्राणी मुखर्जी का फाइल फोटो...
मुंबई:
अपनी बेटी शीना बोरा हत्याकांड की मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की हालत लगातार नाजुक बनी हुई है, लेकिन उस पर इलाज का असर हो रहा है। अस्पताल प्रशासन ने आज यह जानकारी दी। सरकारी जे जे अस्पताल के डीन डा. टी पी लहाने ने बताया कि इंद्राणी को होश नहीं आया है और डॉक्टर उसे होश में लाने के लिए जी-जान से जुटे हुए हैं।
लहाने ने आज सुबह बताया, 'उसे होश नहीं आया है, लेकिन हम अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं। इंद्राणी की हालत अभी भी नाजुक है, लेकिन उस पर इलाज का असर हो रहा है। हम उसके स्वास्थ्य पर करीब से नजर रख रहे हैं।' उन्होंने बताया कि 'इंद्राणी वेंटीलेटर पर नहीं है, लेकिन उसे अभी आक्सीजन लगी हुई है, क्योंकि वह अपने आप से सांस ले पाने में सक्षम नहीं है।' डॉ. लहाने ने बीती रात बताया था कि हिंदुजा अस्पताल से इंद्राणी के मूत्र के नमूने की एक रिपोर्ट में उनके शरीर में अवसाद रोधक दवा 'बेंजोडाइजेपाइन' का स्तर अधिक होने की पुष्टि हुई है।
(पढ़ें- इंद्राणी के मामले में रहस्य गहराया, फोरेंसिक लैब ने ड्रग ओवरडोज़ की बात खारिज की)
लहाने ने बताया 'सामान्य तौर पर अगर कोई मरीज अवसाद रोधी दवा ले रहा है तो उसके मूत्र में बेंजोडाइजेपाइन का स्तर 200 होता है, लेकिन हिंदुजा अस्पताल की रिपोर्ट के अनुसार, बेंजोडाइजेपाइन का स्तर 2088 पाया गया। दवा की अधिक खुराक के लिए रिपोर्ट पॉजिटिव है। मिर्गी रोधक दवाओं को पहले ही नकारा जा चुका है। जांच के परिणाम नकारात्मक रहे। केवल अवसाद रोधक दवा के कारण ही यह (बेहोश होना) हुआ।'
मीडिया की जानी-मानी हस्ती पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी को खार पुलिस ने अपनी पहली शादी से पैदा हुई बेटी शीना बोरा की वर्ष 2012 में हुई हत्या में कथित भूमिका को लेकर 25 अगस्त को गिरफ्तार किया था। इंद्राणी की 24 वर्षीय बेटी का बांद्रा में नेशनल कालेज के बाहर से अपहरण कर लिया गया था और एक कार में इंद्राणी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना तथा ड्राइवर श्यामवर राय ने कथित रूप से गला घोंट कर हत्या कर दी थी।
उधर, इंद्राणी के वकील ने अस्पताल में उससे मिलने की अनुमति हासिल करने के लिए स्थानीय अदालत में याचिका दाखिल की है और अदालत ने उसकी हालत के बारे में फिर से रिपोर्ट मांगी है। सुनवाई के दौरान शीना बोरा हत्याकांड की जांच को अपने हाथ में लेने वाली सीबीआई ने अदालत को बताया कि जांच शुरूआती चरण में है और अपराध की गंभीरता बहुत अधिक है।
इस बीच, मुख्य गृह सचिव (कारागार) विजय सतबीर सिंह ने बताया कि जांच कई पहलुओं को ध्यान में रखकर की जा रही है कि क्या इंद्राणी ने जिस दवा या किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया, उसका नुस्खा डॉक्टरों ने लिखा था और क्या दवा की खुराक ज्यादा थी, तो यह कैसे हुआ? उन्होंने कहा कि जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या कोई लापरवाही बरती गई और अगर ऐसा है तो इसके लिए जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सिंह ने कहा था, 'होश में आने के बाद वह जो बयान देंगी, उससे इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी कि वह कैसे बेहोश हुईं और यदि दवा की अधिक खुराक ली गई है तो ऐसा क्यों हुआ? यदि इसमें कोई आपराधिक तत्व है तो दोषियों के खिलाफ मामला दायर किया जाएगा।'
लहाने ने आज सुबह बताया, 'उसे होश नहीं आया है, लेकिन हम अपनी ओर से पूरी कोशिश कर रहे हैं। इंद्राणी की हालत अभी भी नाजुक है, लेकिन उस पर इलाज का असर हो रहा है। हम उसके स्वास्थ्य पर करीब से नजर रख रहे हैं।' उन्होंने बताया कि 'इंद्राणी वेंटीलेटर पर नहीं है, लेकिन उसे अभी आक्सीजन लगी हुई है, क्योंकि वह अपने आप से सांस ले पाने में सक्षम नहीं है।' डॉ. लहाने ने बीती रात बताया था कि हिंदुजा अस्पताल से इंद्राणी के मूत्र के नमूने की एक रिपोर्ट में उनके शरीर में अवसाद रोधक दवा 'बेंजोडाइजेपाइन' का स्तर अधिक होने की पुष्टि हुई है।
(पढ़ें- इंद्राणी के मामले में रहस्य गहराया, फोरेंसिक लैब ने ड्रग ओवरडोज़ की बात खारिज की)
लहाने ने बताया 'सामान्य तौर पर अगर कोई मरीज अवसाद रोधी दवा ले रहा है तो उसके मूत्र में बेंजोडाइजेपाइन का स्तर 200 होता है, लेकिन हिंदुजा अस्पताल की रिपोर्ट के अनुसार, बेंजोडाइजेपाइन का स्तर 2088 पाया गया। दवा की अधिक खुराक के लिए रिपोर्ट पॉजिटिव है। मिर्गी रोधक दवाओं को पहले ही नकारा जा चुका है। जांच के परिणाम नकारात्मक रहे। केवल अवसाद रोधक दवा के कारण ही यह (बेहोश होना) हुआ।'
मीडिया की जानी-मानी हस्ती पीटर मुखर्जी की पत्नी इंद्राणी को खार पुलिस ने अपनी पहली शादी से पैदा हुई बेटी शीना बोरा की वर्ष 2012 में हुई हत्या में कथित भूमिका को लेकर 25 अगस्त को गिरफ्तार किया था। इंद्राणी की 24 वर्षीय बेटी का बांद्रा में नेशनल कालेज के बाहर से अपहरण कर लिया गया था और एक कार में इंद्राणी, उसके पूर्व पति संजीव खन्ना तथा ड्राइवर श्यामवर राय ने कथित रूप से गला घोंट कर हत्या कर दी थी।
उधर, इंद्राणी के वकील ने अस्पताल में उससे मिलने की अनुमति हासिल करने के लिए स्थानीय अदालत में याचिका दाखिल की है और अदालत ने उसकी हालत के बारे में फिर से रिपोर्ट मांगी है। सुनवाई के दौरान शीना बोरा हत्याकांड की जांच को अपने हाथ में लेने वाली सीबीआई ने अदालत को बताया कि जांच शुरूआती चरण में है और अपराध की गंभीरता बहुत अधिक है।
इस बीच, मुख्य गृह सचिव (कारागार) विजय सतबीर सिंह ने बताया कि जांच कई पहलुओं को ध्यान में रखकर की जा रही है कि क्या इंद्राणी ने जिस दवा या किसी जहरीले पदार्थ का सेवन किया, उसका नुस्खा डॉक्टरों ने लिखा था और क्या दवा की खुराक ज्यादा थी, तो यह कैसे हुआ? उन्होंने कहा कि जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या कोई लापरवाही बरती गई और अगर ऐसा है तो इसके लिए जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
सिंह ने कहा था, 'होश में आने के बाद वह जो बयान देंगी, उससे इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी कि वह कैसे बेहोश हुईं और यदि दवा की अधिक खुराक ली गई है तो ऐसा क्यों हुआ? यदि इसमें कोई आपराधिक तत्व है तो दोषियों के खिलाफ मामला दायर किया जाएगा।'
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