भारत सरकार ने पहले स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन को मानव परीक्षण की अनुमति दे दी है. भारत बायोटेक की तरफ से .‘कोवैक्सिन' नामक टीके का विकास किया जा रहा है. भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (NIV) के साथ मिलकर इसे विकसित किय़ा है. कंपनी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) की तरफ से मानव परीक्षण की अनुमति मिली है.
दुनिया भर के ड्रग निर्माता कोरोनावायरस के खिलाफ एक टीका विकसित करने के प्रयास में लगे हुए हैं. वैक्सीन और जेनेरिक दवाओं के अग्रणी निर्माता, भारत को इस दौड़ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है, जिसमें कई संस्थान विभिन्न दवाओं के साथ काम कर रहे हैं. हाल ही में सरकार की तरफ से कहा गया था कि 30 ग्रुप वैक्सीन बनाने के कार्य में लगे हुए हैं.
बताते चले कि दुनिया भर में कई कंपनी इस काम में लगी हुई है. पिछले हफ्ते विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा था कि ब्रिटेन की एस्ट्राजेनेका इस वैक्सीन को बनाने के काफी करीब है. ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा इस वैक्सीन पर काम किया जा रहा है.
गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है हालांकि सरकार ने अनलॉक के दूसरे चरण यानी अनलॉक2 (Unlock2) के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं. नए दिशानिर्देशों में कंटेमेंट जोनों के बाहर और ज्यादा गतिविधियों को खोलने की इजाजत दी गई है. नए दिशानिर्देश 1 जुलाई 2020 से प्रभावी होंगे. अर्थव्यवस्था को चरणबद्ध तरीके से खोलने की प्रक्रिया इसमें आगे बढ़ाया गया है. आज जारी किए गए नए दिशानिर्देश, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से प्राप्त फीडबैक और संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के साथ व्यापक विचार-विमर्श पर आधारित हैं.
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