भारतीय नौसेना के विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य (INS Vikramaditya) में आग लगने की सूचना है. यह घटना उस वक्त हुई जब पोत कर्नाटक के कारवार में हार्बर में दाखिल हो रहा था. इस घटना में नौसेना के एक अधिकारी की मौत हो गई है. लेफ्टिनेंट कमांडर डीएस चौहान आग बुझाने के काम का नेतृत्व कर रहे थे. नौसेना ने कहा कि आग पर तुरंत काबू पा लिया गया लेकिन इस दौरान अधिकारी धुएं और आग की लपटों की वजह से होश खो बैठे. उन्हें तुरंत कारवार के नेवी अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.
गौतम पर आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने लगाया 'गंभीर' आरोप, शिकायत की दर्ज
नौसेना ने बताया कि जहाज कर्मियों ने आग पर तुरंत काबू पा लिया और जहाज की लड़ाकू क्षमता किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है. आग लगने की घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं. बता दें, वैसे आईएनएस विक्रमादित्य पर इससे पहले 2016 में भी हादसा हो चुका है। तब जहरीली गैस लीक होने से नौसेना के दो कर्मियों की मौत हो गई थी.
2.3 अरब डॉलर की लागत का यह विमानवाहक पोत जनवरी 2014 में रूस से भारत पहुंचा था. इसे नवंबर 2013 में रूस के सेवमैश शिपयार्ड में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था. इसका बेस कर्नाटक का कारवार बंदरगाह है.
पीएम मोदी पर बनी बायोपिक फिल्म पर रोक जारी, SC ने कहा- हम इस मामले में दखल नहीं देंगे
आईएनएस विक्रामित्य 284 मीटर लंबा और 60 मीटर ऊंचा है जो कि करीब 20 माले की इमारत जितना ऊंचा है. इस जहाज का वजन 40 हजार टन है और यह भारतीय नौसेना का सबसे बड़ा और भारी जहाज है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं