चीनी सैन्य अधिकारियों से मिलते भारतीय सैन्य अधिकारी
नई दिल्ली:
69वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर भारतीय सेना ने चीन की सेना के साथ बार्डर पसर्नल मीटिंग रखी। पूर्वी लद्दाख के चुशूल और डीबीओ में दोनों के बीच ये मीटिंग हुई।
दोनों देश की सेनाओं को संबोधित करते हुए भारतीय सेना के ब्रिगेडियर विर्क ने दोनों देशों के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर शांति और स्थायित्व से होने वाले फायदे के बारे में बताया। चीन की सेना की नुमाइंदगी सीनियर कर्नल ली जीपिंग ने की।
दोनों देश की सेनाओं को संबोधित करते हुए भारतीय सेना के ब्रिगेडियर विर्क ने दोनों देशों के बीच लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर शांति और स्थायित्व से होने वाले फायदे के बारे में बताया। चीन की सेना की नुमाइंदगी सीनियर कर्नल ली जीपिंग ने की।
समारोह में भारतीय सभ्यता और संस्कृति के रंग दिखे। चुशूल में परंपरागत नृत्य और संगीत के अलावा मार्शल आर्ट्स के पुराने फॉर्म गटका का प्रदर्शन सेना के जवानों ने किया। वहीं सेना के सिग्नल कोर के जवानों की डेयरडेविल्स टीम ने मोटर साईकल पर खतरनाक करतब दिखाए। सेना के जवानों ने ये स्टंट 14000 फीट की ऊंचाई पर दिखाए।
चीन की सेना ने भी हर कार्यक्रम में उतने ही उत्साह और जोश के साथ हिस्सा लिया। 2013 में भारत और चीन के बीच हुए समझौते के तहत एलएसी पर शांति बनाये रखने के लिये बॉर्डर पसर्नल मीटिंग का आयोजन किया जाता है। भारत की ओर से पहली बार डीबीओ में ऐसी मीटिंग का आयोजन हुआ जिसमें चीनी सेना के एक दल ने हिस्सा लिया।
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