भारत-चीन सीमा पर पांच दशक बाद गई है किसी की जान, सेना ने कहा - "दोनों पक्षों को हुआ जानी नुकसान"

सेना सूत्रों ने कहा था कि पिछले कई हफ्तों से कई ठिकानों पर दोनों सेनाओं के बीच आमना-सामना की स्थिति थी, लेकिन इस वार्ता के बाद दोनों पक्ष पीछे हटे थे.

भारत-चीन सीमा पर पांच दशक बाद गई है किसी की जान, सेना ने कहा -

फाइल फोटो

खास बातें

  • दोनों पक्षों को हुआ जानी नुकसान- सेना
  • भारत-चीन सीमा पर पांच दशक बाद गई है किसी की जान
  • तनाव को खत्म करने के लिए बैठक कर रहे हैं दोनों पक्ष
नई दिल्ली:

भारतीय सेना ने लद्दाख की गालवान घाटी में चीन की सेना के साथ हुई झड़प, जिसमें भारतीय जवानों की जान जाने को लेकर जारी बयान में बदलाव करते हुए कहा कि 'हिंसक झड़प' में 'दोनों पक्षों को जानी नुकसान हुआ' है. भारतीय सेना के मुताबिक, यह झड़प सोमवार रात को हुई. सेना ने एक बयान में कहा, "भारतीय पक्ष से जिन्होंने जान गंवाई है, उनमें एक अधिकारी तथा दो सैनिक शामिल हैं..." सेना ने यह भी कहा कि दोनों पक्षों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इस वक्त तनाव को खत्म करने के लिए बैठक कर रहे हैं.

यह वर्ष 1967 के बाद भारत-चीन सीमा पर पहली हिंसक घटना है, जिसमें जानी नुकसान हुआ है.विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है. इससे पहले, चीनी सेना की हाज़िरी बढ़ने से पैदा हुए विवाद को हल करने के लिए भारत और चीन पूर्वी लद्दाख में वार्ता कर रहे थे.

सेना सूत्रों ने कहा था कि पिछले कई हफ्तों से कई ठिकानों पर दोनों सेनाओं के बीच आमना-सामना की स्थिति थी, लेकिन इस वार्ता के बाद दोनों पक्ष पीछे हटे थे.

सूत्रों ने यह भी कहा था कि 6 जून को सैन्य कमांडरों के बीच हुई वार्ता तथा उसके बाद हुई अन्य वार्ताओं के बाद दोनों ही पक्षों में कोई बिल्ड-अप गतिविधि नहीं हुई, और चीन का आक्रामक व्यवहार भी घटा है.

सूत्रों ने कहा, दोनों सेनाओं के बीच वार्ता के शुरू हो जाने के बाद दोनों पक्षों की सेनाओं के बीच किसी तरह की झड़प की कोई सूचना नहीं मिली.

वीडियो: लद्दाख में चीन की सेना के साथ हुई झड़प में भारतीय सेना के एक अधिकारी और दो जवान शहीद
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