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This Article is From Jun 03, 2021

LOC पर सीजफायर के 100 दिन, सेना प्रमुख बोले- पाक की तरफ से नहीं होने देंगे आतंकियों की घुसपैठ

भारत और पाकिस्तान के लाइन ऑफ कंट्रोल पर सीजफायर के 100 दिन पूरे हो चुके हैं. इस अवसर पर हालात का जायाजा लेने सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे दो दिन के दौरे पर जम्मू कश्मीर पहुंचे हैं.

LOC पर सीजफायर के 100 दिन, सेना प्रमुख बोले- पाक की तरफ से नहीं होने देंगे आतंकियों की घुसपैठ
एलओसी पर सीजफायर के 100 दिन पूरे.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
Loc पर सीजफायर के 100 दिन पूरे
सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे जम्मू कश्मीर पहुंचे
25 फरवरी को भारत-पाक के बीच हुआ था सीजफायर समझौता
जम्मू:

भारत और पाकिस्तान के लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर सीजफायर (Ceasefire) के 100 दिन पूरे हो चुके हैं. इस अवसर पर हालात का जायाजा लेने सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे (Army Chief General MM Narwane) दो दिन के दौरे पर जम्मू कश्मीर (Jammu-Kashmir) पहुंचे हैं. श्रीनगर में सेना प्रमुख ने उत्तरी कमांड के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी और चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे से मुलाकात की. उन्होंने कमांडरों के साथ मीटिंग में एलओसी पर स्थिति की समीक्षा के साथ सेना की मौजूदा ऑपरेशन्ल तैयारियों की जानकारी भी ली. अपने कश्मीर दौरे में सेना प्रमुख लाइन ऑफ कंट्रोल का भी दौरा करेंगे. साथ ही आतंकियों की घुसपैठ रोकने के सेना के प्रयासों की भी समीक्षा करेंगे. सेना का स्पष्ट कहना है कि अगर फिर से पाक की ओर से आतंकियों की घुसपैठ की बात सामने आती है तो भारतीय सेना कड़ाई से निपटेगी.  

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आतंकियों के हमदर्द के खिलाफ सेना चला रही ऑपरेशन

इस दौरान स्थानीय सैन्य अधिकारियों ने सेना प्रमुख को आतंकियों के हमदर्द ओवर ग्राउंड वर्कर्स यानि ओजीडब्ल्यू के बारे में बताया. ओवर ग्राउंड वर्कर्स स्थानीय युवाओं को आतंकी खेमे में भर्ती होने के लिए उकसाते हैं. सेना ऐसे समूहों के खिलाफ जोरशोर से अभियान चला रही है. इस अभियान के तहत सेना द्वारा ओजीडब्ल्यू नेटवर्क की पहचान की जा रही है. साथ ही स्थानीय युवाओं को आतंकी बनने से रोका भी जा रहा है. स्थानीय आतंकियों के आत्मसमपर्ण की कोशिशें भी जारी हैं.

25 फरवरी को भारत-पाक के बीच हुआ था सीजफायर समझौता

बता दें कि इसी साल 25 फरवरी को भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (डीजीएमओ) के बीच सीजफायर समझौता हुआ था. इसके तहत दोनों देशों की सेनाएं एलओसी पर शांति बनाकर रखेंगी. दोनों तरफ से सेना एक दूसरे पर गोलाबारी नहीं करेंगी. सरहद पर उकसावे वाली कार्रवाई नहीं होगी. अगर ऐसी घटना होती है तो दोनों देशों की सेनाओं के लोकल कमांडर्स आपसी बातचीत से मामले को सुलझाएंगे.

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पाक सीजफायर का ईमानदारी से नहीं कर रहा पालन

एलओसी पर समझौते के बावजूद पाक रेंजर्स ने जम्मू के विश्नाह के अरनिया में गोलाबारी की. बीएसएफ के जवानों ने इसके खिलाफ जवाबी कार्रवाई भी की है. इससे पहले 2003 में भारत-पाकिस्तान के बीच सरहद पर शांति के लिए सीजर फायर समझौता हुआ था. पाकिस्तान ने उसका कभी ईमानदारी से पालन नहीं किया. आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए पाक सेना लगातार सीमा पर फायरिंग करती रही.

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