देश में कोरोना वायरस के रोज 10 लाख से ज्यादा टेस्ट, 33 लाख मरीज स्वस्थ हुए

India Coronavirus Cases: भारत में प्रति दस लाख 53 मौतें जबकि दुनिया में 115, पांच राज्यों- महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में 62 प्रतिशत एक्टिव मामले

देश में कोरोना वायरस के रोज 10 लाख से ज्यादा टेस्ट, 33 लाख मरीज स्वस्थ हुए

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली:

India Coronavirus Update: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के सदस्य डॉ वी के पॉल ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि देश में कोरोना के पांच करोड़ टेस्ट हो गए. अब हमसे ज्यादा टेस्ट करने वाला बस एक ही देश है. 10 लाख से ज़्यादा टेस्ट पिछले एक हफ्ते में रोज़ाना हुए. 33 लाख से ज़्यादा मरीज ठीक हो गए हैं. दुनिया में 3102 प्रति 10 लाख मामले हैं. भारत में मामले वर्ल्ड एवरेज से कम हैं. 21 राज्यों में प्रति मिलियन नेशनल एवरेज से ज़्यादा मामले आ रहे हैं. 23 मई तक 50 हज़ार लोग ठीक हुए थे. अब 33 लाख लोग ठीक हो चुके हैं. 

राजेश भूषण ने कहा कि एक्टिव मामले कम हो रहे हैं. भारत में प्रति दस लाख मौतें 53 हैं जबकि दुनिया में 115 हैं. डेथ रेट अगस्त की दर 2.15% से 1.70% पर आ गई है. पांच राज्यों में 62% एक्टिव मामले हैं. महाराष्ट्र में 27 प्रतिशत, आंध्र प्रदेश में 11.08, कर्नाटक में 10.98,  उत्तर प्रदेश में 7.03, तमिलनाडु में 5.80 फीसदी एक्टिव मामले हैं. बाकी राज्यों में 38.26% एक्टिव केस हैं.  

उन्होंने कहा कि देश के 14 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना के 5,000 से कम मामले हैं. इनमें लक्षदीप, दादरा नगर हवेली, अंडमान, मिज़ोरम, सिक्किम, लद्दाख, गोवा, चंडीगढ़, हिमाचल और पुड्डुचेरी शामिल हैं. कोरोना से कुल मौतों में से 70% सिर्फ 5 राज्यों में हुई हैं. महाराष्ट्र में 37.14 फीसदी, तमिलनाडु में 10.89, कर्नाटक में 8.98, आंध्र प्रदेश में 6.17, उत्तर प्रदेश में 5.46 और बाकी राज्यों में 31.37% मौतें हुई हैं. 

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डॉ वीके पॉल ने कहा कि टेस्टिंग ज़्यादा कर रहे हैं, इसलिए भी मामले बढ़ रहे हैं. जहां भी शक होता है, वहां टेस्ट कर रहे हैं. डेथ रेट कम हो रही है, रिकवरी बढ़ रही है, लेकिन हां मामले ज़रूर बढ़ रहे हैं. हमें ऐसा माहौल बनाना है कि टेस्टिंग से लोग डरें नहीं. ऐसा सुनने में आ रहा है कि लक्षण के बाद भी लोग टेस्ट नहीं करा रहे हैं. अगर आप पॉजिटिव हैं तो अपना और अपने परिवार और आसपास वाले को खतरे में डाल रहे हैं. टेस्ट कराएं और सबको फेस करें, टेस्टिंग से न डरें. अब टेस्टिंग ऑन डिमांड है, डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन की ज़रूरत नहीं है.

डॉ पॉल ने कहा कि व्यवस्था खुलने से वायरस को ट्रेवल करने में आसानी हो रही है. लोग अब अनुशासन भी खो रहे हैं. विनती है कि मास्क ज़रूर पहनें. दो ग़ज़ की दूरी बनानी है. एहतियात बरतें, बड़ी गैदरिंग से बचें. इम्युनिटी बढ़ाने पर काम करें, थूकना नहीं. सरकारों से शिकायत मिल रही है कि जनता लापरवाह हो रही है. मीडिया, राज्य सरकार और NGO लोगों को बताएं कि लापरवाही ना बरतें. लापरवाही हुई तो डैमेज होगा.

रूस की वैक्सीन Sputnik V  पर डॉ वीके पॉल ने कहा कि रूस ने बड़े पैमाने पर निर्माण और ट्रायल के लिए एप्रोच किया है. उनकी रिक्वेस्ट है, वो हमारे दोस्त हैं. हमने इस बारे में कंपनियों से बात की है, 3-4 कंपनियों ने रेस्पांड किया है. दोनों मामलों में प्रगति हुई है. ये सबके लिए विन-विन सिचुएशन है. उन्होंने कहा कि अगले हफ्ते से सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन का फेज 3 ट्रायल 1600 लोगों पर 17 जगहों पर होगा. भारत बायो टेक की वैक्सीन की दूसरी स्टेज शुरू हो रही है. Zydus कैडिला का फेज 2 चल रहा है.

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राजेश भूषण ने कहा कि हमारा राज्यों सरकारों से निवेदन है कि जो भी RAT निगेटिव आए और उसको लक्षण हो तो उसका RT-PCR टेस्ट कराया जाए. अगर 100 लोग भी ऐसे छूट गए तो वो संक्रमण फैलाएंगे. हमने पाया कि कुछ राज्यों में लक्षण होने के बाद भी RT-PCR नहीं हुआ और लोग छूट गए. कुछ राज्यों में यह भी देखा गया कि कॉन्टेक्ट  ट्रेसिंग ठीक से नहीं हो रही थी.