प्रतीकात्मक फोटो
संयुक्त राष्ट्र:
दुनियाभर में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले 83 करोड़ युवाओं में 39 % भारत और चीन से हैं. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. संयुक्त राष्ट्र की इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन द्वारा जारी आंकड़े के हिसाब से दुनियाभर में ऑनलाइन सुविधाओं में काम करने वाले 83 करोड़ युवाओं में 32 करोड़ यानी 39 % चीन और भारत के हैं. आईटीयू के आंकड़े ब्राडबैंड पहुंच और ग्राहक संख्या में महत्वपूर्ण वृद्धि दर्शाते हैं. उसमें चीन आगे है.
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इस आंकड़ों के मुताबिक (15-24 साल) के युवा इंटरनेट अपनाने में सबसे आगे हैं. अल्प विकसित देशों में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वालों में 35 % लोग 15-24 साल उम्र के हैं. विकसित देशों में इस उम्रवर्ग के लोग 13 और वैश्विक स्तर पर 23 % हैं.
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आईटीयू महासचिव हुलिन झाओ ने कहा, "आईटीयू के आईसीटी फैक्ट्स एंड फिगर 2017 दर्शाते हैं कि ब्रॉडबैंड नेटवर्क की उपलब्धता में वृद्धि के माध्यम से इंटरनेट विस्तार में एक उछाल हासिल किया जा रहा है. डिजिटल कनेक्टिविटी जीवन को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाती है क्योंकि यह दुनियाभर में अरबों लोगों के लिए अप्रत्याशित ज्ञान, रोजगार एवं वित्तीय मौके का द्वार खोलती है." रपट कहती है कि मोबाइल ब्रॉडबैंड ग्राहक संख्या में पिछले पांच वर्षों में 20 % की सलाना वृद्धि हुई है और 2017 के अंत तक दुनिया में इसके 4.3 अरब तक पहुंच जाने की संभावना है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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