यह रक्षा सौदा स्पाइक एंटी टैंक मिसाइल के लिए हुआ था.
नई दिल्ली:
भारत ने इस्राइली कंपनी के साथ 50 करोड़ डॉलर का रक्षा सौदा रद्द कर दिया है. इस्राइल की एक शीर्ष रक्षा कंपनी ने इस बात की पुष्टि की है. इस रक्षा सौदे के तहत स्पाइक टैंक-रोधी मिसाइलों का निर्माण किया जाना था. यह सौदा उस समय रद्द हुआ है जब प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू पहली बार भारत दौर पर आने वाले हैं. हालांकि इस खबर पर रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर कोई प्रतिक्रिया नही दी हैं. ऐसी मिसाइल देश में खुद डीआरडीओ ही बनाएगा.
भारत में ही स्वदेशी आधुनिक हथियारों के निर्माण को बढ़ावा देने के मकसद से यह कदम उठाया गया है. भारत स्वदेश में ही स्पाइक मिसाइल जैसी तकनीक हासिल करना चाहता है. स्पाइक की रेंज ढाई किलोमीटर है. यह रात और दिन दोनों में कारगर है. भारत के पास रात में काम करने वाली ऐसी मिसाइल अभी नहीं है.
यह भी पढ़ें : Exclusive: भारत के इस्राइल से मिसाइलें नहीं खरीदने पर पाकिस्तान हुआ 'ज़्यादा ताकतवर', सेना परेशान
राफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम लिमिटेड के प्रवक्ता इशाई डेविड ने कहा, 'राफेल को अब भारत के रक्षा मंत्रालय से एक आधिकारिक सूचना प्राप्त हो चुकी है. इसमें स्पाइक सौदे के रद्द होने की सूचना दी गई है.' गौरतलब है कि स्पाइक का इस्तेमाल दुनियाभर के 26 देश कर रहे हैं. भारत ने एक लंबी प्रक्रिया के बाद सभी रक्षा खरीद नियमों का पालन करते हुए इसका चयन किया था.
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राफेल ने बयान में कहा, 'यह बात ध्यान दिलाए जाने योग्य है कि राफेल के सभी मांगों पर सहमत होने के बावजूद समझौता होने से पहले ही यह सौदा रद्द हो गया है.' राफेल इस निर्णय पर खेद जताता है और वह भारत के रक्षा मंत्रालय के साथ सहयोग करने की प्रतिबद्धता पर कायम रहेगा. कंपनी भारत में काम करना जारी रखेगी, क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण बाजार है. हालांकि कंपनी ने सौदा रद्दे होने के कारण का खुलासा नहीं किया. गौरतलब है कि नेतान्याहू 14 जनवरी से चार दिन की भारत यात्रा पर जा रहे हैं. वैसे नेतान्याहू की भारत यात्रा पर उसके साथ इस कंपनी का सीईओ भी आ रहा है. हो सकता है कि फिर से इस डील के लिए भारत को मनाने की कोशिश होगी.
(इनपुट : भाषा)
भारत में ही स्वदेशी आधुनिक हथियारों के निर्माण को बढ़ावा देने के मकसद से यह कदम उठाया गया है. भारत स्वदेश में ही स्पाइक मिसाइल जैसी तकनीक हासिल करना चाहता है. स्पाइक की रेंज ढाई किलोमीटर है. यह रात और दिन दोनों में कारगर है. भारत के पास रात में काम करने वाली ऐसी मिसाइल अभी नहीं है.
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राफेल एडवांस डिफेंस सिस्टम लिमिटेड के प्रवक्ता इशाई डेविड ने कहा, 'राफेल को अब भारत के रक्षा मंत्रालय से एक आधिकारिक सूचना प्राप्त हो चुकी है. इसमें स्पाइक सौदे के रद्द होने की सूचना दी गई है.' गौरतलब है कि स्पाइक का इस्तेमाल दुनियाभर के 26 देश कर रहे हैं. भारत ने एक लंबी प्रक्रिया के बाद सभी रक्षा खरीद नियमों का पालन करते हुए इसका चयन किया था.
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राफेल ने बयान में कहा, 'यह बात ध्यान दिलाए जाने योग्य है कि राफेल के सभी मांगों पर सहमत होने के बावजूद समझौता होने से पहले ही यह सौदा रद्द हो गया है.' राफेल इस निर्णय पर खेद जताता है और वह भारत के रक्षा मंत्रालय के साथ सहयोग करने की प्रतिबद्धता पर कायम रहेगा. कंपनी भारत में काम करना जारी रखेगी, क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण बाजार है. हालांकि कंपनी ने सौदा रद्दे होने के कारण का खुलासा नहीं किया. गौरतलब है कि नेतान्याहू 14 जनवरी से चार दिन की भारत यात्रा पर जा रहे हैं. वैसे नेतान्याहू की भारत यात्रा पर उसके साथ इस कंपनी का सीईओ भी आ रहा है. हो सकता है कि फिर से इस डील के लिए भारत को मनाने की कोशिश होगी.
(इनपुट : भाषा)