प्रशांत पाथरबे
पुणे:
पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) से मंगलवार आधी रात के बाद 5 स्टूडेंट्स को अरेस्ट कर लिया गया जबकि दर्जन भर और स्टूडेंट्स के खिलाफ मामला दर्ज किया गए। स्टूडेंट्स और केंद्र सरकार के बीच इंस्टीट्यूट के प्रमुख को लेकर करीब 2 महीने से तनातनी चल रही है।
पांच छात्रों की गिरफ्तारी को उचित बताते हुए एफटीआईआई के डायरेक्टर प्रशांत पाथराबे ने कहा कि छात्रों ने मुझे टॉर्चर किया। कई घंटे तक बंधक बनाकर रखा। जिस तरह का व्यवहार किया गया, उससे ये छात्र कहलाने लायक नहीं हैं। प्रशांत के मुताबिक, वह अभी तक सदमे में हैं।
जानें, आधी रात के बाद हुए इस बवाल से जुड़ी 10 खास बातें:
1- आधी रात के बाद करीब डेढ़ बजे छात्रों को गिरफ्तार कर पुलिस स्टेशन ले जाया गया। उनके खिलाफ इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर प्रशांत पाथराबे ने शिकायत दर्ज करवाई थी। बुधवार यानी आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
2- डायरेक्टर प्रशांत पाथराबे ने अपनी FIR में 17 स्टूडेंट्स का नाम लिखवाया है जिनमें 3 लड़कियां भी हैं। इन तीनों को फिलहाल गिरफ्तार नहीं किया गया है। कुछ 25 से 30 स्टूडेंट्स और हैं जिनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई है।
3- पाथराबे ने उन्हें 7 घंटे बंधक बनाए रखने के बाद रिपोर्ट लिखवाई। ये स्टूडेंट्स कह रहे थे कि इनकी बात सुनी जाए। पुलिस पाथराबे के बुलाने के बाद वहां पहुंची। स्टूडेंट्स का दावा है कि उनके साथ बहुत बुरा सलूक किया गया।
4- फैकल्टी स्टूडेंट्स के पक्ष में आ गई है। फैकल्टी मेंबर और इंस्टीट्यूट के डीन संदीप चटर्जी ने कहा, 'यह स्वीकार नहीं किया जा सकता। मैं हैरान हूं कि प्रशासन में से कोई भी यहां मौजूद नहीं है। इस कदम को बिल्कुल न्यायसंगत नहीं ठहराया जा सकता।'
5- स्टूडेंट्स के खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है। इनमें सरकारी कर्मचारी को उसकी ड्यूटी करने से रोकना (गैर जमानती अपराध), संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, जानबूझकर तकलीफ देने और दंगा करने जैसे मामले दर्ज हैं।
6- करीब 200 स्टूडेंट्स 70 दिनों से हड़ताल पर हैं। वे इंस्टीट्यूट के चेयरपर्सन के तौर पर टीवी ऐक्टर गजेंद्र चौहान की नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं।
7- फाइनल ईयर के छात्रों के अससेमेंट को लेकर भी नाराजगी है। इंस्टिट्यूट की तरफ से 2008 के बैच के छात्रों के अधूरे डिप्लोमा फिल्म प्रॉजेक्ट की जांच के लिए कहा गया है। लेकिन विरोध प्रदर्शन के बाद इसे फिलहाल रोक दिया गया है।
8- FTII एडमिन ने 30 स्टूडेंट्स को इस महीने के शुरु में ही नोटिस भेज दिया है और फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स को होस्टल खाली करने के लिए कहा है।
9- स्टूडेंट्स ने गजेंद्र चौहान को हटाए जाने तक क्लासेस में लौटने से साफ मना कर दिया है। बी-ग्रेड फिल्मों में काम कर चुके गजेंद्र चौहान को लेकर छात्र, पूर्व छात्र और फिल्म जगत की जानी मानी हस्तियां कह चुकी हैं कि वह इस प्रतिष्ठित पद के लिए उपयुक्त नहीं हैं। केंद्र सरकार इन आरोपों से इंकार कर चुकी है कि चौहान की नियुक्ति उनकी बीजेपी से करीबी के चलते की गई।
10- स्टूडेंट्स को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का सपोर्ट मिला है। केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा है कि छात्र चाहें तो दिल्ली आकर पढ़ाई कर लें।
पांच छात्रों की गिरफ्तारी को उचित बताते हुए एफटीआईआई के डायरेक्टर प्रशांत पाथराबे ने कहा कि छात्रों ने मुझे टॉर्चर किया। कई घंटे तक बंधक बनाकर रखा। जिस तरह का व्यवहार किया गया, उससे ये छात्र कहलाने लायक नहीं हैं। प्रशांत के मुताबिक, वह अभी तक सदमे में हैं।
जानें, आधी रात के बाद हुए इस बवाल से जुड़ी 10 खास बातें:
1- आधी रात के बाद करीब डेढ़ बजे छात्रों को गिरफ्तार कर पुलिस स्टेशन ले जाया गया। उनके खिलाफ इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर प्रशांत पाथराबे ने शिकायत दर्ज करवाई थी। बुधवार यानी आज उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
2- डायरेक्टर प्रशांत पाथराबे ने अपनी FIR में 17 स्टूडेंट्स का नाम लिखवाया है जिनमें 3 लड़कियां भी हैं। इन तीनों को फिलहाल गिरफ्तार नहीं किया गया है। कुछ 25 से 30 स्टूडेंट्स और हैं जिनके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई गई है।
3- पाथराबे ने उन्हें 7 घंटे बंधक बनाए रखने के बाद रिपोर्ट लिखवाई। ये स्टूडेंट्स कह रहे थे कि इनकी बात सुनी जाए। पुलिस पाथराबे के बुलाने के बाद वहां पहुंची। स्टूडेंट्स का दावा है कि उनके साथ बहुत बुरा सलूक किया गया।
4- फैकल्टी स्टूडेंट्स के पक्ष में आ गई है। फैकल्टी मेंबर और इंस्टीट्यूट के डीन संदीप चटर्जी ने कहा, 'यह स्वीकार नहीं किया जा सकता। मैं हैरान हूं कि प्रशासन में से कोई भी यहां मौजूद नहीं है। इस कदम को बिल्कुल न्यायसंगत नहीं ठहराया जा सकता।'
5- स्टूडेंट्स के खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है। इनमें सरकारी कर्मचारी को उसकी ड्यूटी करने से रोकना (गैर जमानती अपराध), संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, जानबूझकर तकलीफ देने और दंगा करने जैसे मामले दर्ज हैं।
6- करीब 200 स्टूडेंट्स 70 दिनों से हड़ताल पर हैं। वे इंस्टीट्यूट के चेयरपर्सन के तौर पर टीवी ऐक्टर गजेंद्र चौहान की नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं।
7- फाइनल ईयर के छात्रों के अससेमेंट को लेकर भी नाराजगी है। इंस्टिट्यूट की तरफ से 2008 के बैच के छात्रों के अधूरे डिप्लोमा फिल्म प्रॉजेक्ट की जांच के लिए कहा गया है। लेकिन विरोध प्रदर्शन के बाद इसे फिलहाल रोक दिया गया है।
8- FTII एडमिन ने 30 स्टूडेंट्स को इस महीने के शुरु में ही नोटिस भेज दिया है और फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स को होस्टल खाली करने के लिए कहा है।
9- स्टूडेंट्स ने गजेंद्र चौहान को हटाए जाने तक क्लासेस में लौटने से साफ मना कर दिया है। बी-ग्रेड फिल्मों में काम कर चुके गजेंद्र चौहान को लेकर छात्र, पूर्व छात्र और फिल्म जगत की जानी मानी हस्तियां कह चुकी हैं कि वह इस प्रतिष्ठित पद के लिए उपयुक्त नहीं हैं। केंद्र सरकार इन आरोपों से इंकार कर चुकी है कि चौहान की नियुक्ति उनकी बीजेपी से करीबी के चलते की गई।
10- स्टूडेंट्स को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का सपोर्ट मिला है। केजरीवाल ने ट्वीट करके कहा है कि छात्र चाहें तो दिल्ली आकर पढ़ाई कर लें।
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