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This Article is From Feb 04, 2019

CBI vs बंगाल विवाद: सारदा चिटफंड मामले में मैं आरोपी नहीं गवाह हूं- मुकुल रॉय

उन्होंने कहा कि चिटफंड घोटाले को लेकर हुई एफआईआर में मेरा भी नाम था. मेरे से भी इस मामले में कई घंटे की पूछताछ हुई थी.

मुकुल रॉय ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना

नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी के नेता मुकुल रॉय (Mukul Roy) ने सीबीआई (CBI) और केंद्र सरकार के खिलाफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के धरने को लोकतंत्र के खिलाफ बताया है. उन्होंने कहा कि सीएम (Mamata Banerjee)  का धरने पर बैठना लोकतंत्र के खिलाफ है. इससे एक गलत संदेश जा रहा है. मुकुल रॉय (Mukul Roy) ने एनडीटीवी से खास बातचीत में सारदा चिटफंड मामले पर भी खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि चिटफंड घोटाले को लेकर हुई एफआईआर में मेरा भी नाम था. मेरे से भी इस मामले में कई घंटे की पूछताछ हुई थी. लेकिन मैं आपको यह भी बताना चाहता हूं कि मुझे सीबीआई (CBI) ने एक गवाह माना नाकि आरोपी. और यह तब की बात है जब मैं टीएमसी में था. बात दें कि कुछ समय पहले ही मुकुल रॉय (Mukul Roy) टीएमसी को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे.

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मुकुल रॉय ने एनडीटीवी को बताया कि इस मामले में उनके साथ 2015 में 8 घंटे की पूछताछ की गई थी. मैंने उस समय भी सीबीआई का सहयोग किया था और आगे जरूरत पड़ी तो भी करूंगा. उन्होंने सीबीआई के गलत इस्तेमाल पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि अकसर ऐसा कहा जाता है कि बीजेपी एजेंसी का गलत इस्तेमाल करती है. ऐसा नहीं है. मैं साफ करना चाहता हूं कि सीबीआई या कोई और एजेंसी बीजेपी के मुताबिक काम नहीं करती है. इन एजेंसियों पर बीजेपी का कोई हस्तक्षेप नहीं है.

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चिटफंट घोटाले को लेकर उन्होंने कहा कि इस मामले में जितनी भी बार जरूरत हो उतनी बार जांच होनी चाहिए. क्योंकि इस मामले बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी कमाई गवाई थी. सरकार और एजेंसियों को साथ मिलकर लोगों के पैसे वापस दिलाने के लिए काम करना चाहिए. गौरतलब है कि  सीबीआई (CBI) की टीम रविवार रात चिटफंड मामले में कोलकाता पुलिस प्रमुख के घर पहुंची तो राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) और राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी राजीव कुमार (Kolkata Police Chief)  के घर पहुंच गए.

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राजीव के घर पहुंची सीबीआई टीम को स्थानीय पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया था. हालांकि, उन्हें बाद में छोड़ दिया गया था. ममता बनर्जी ने राजीव कुमार को देश का सबसे अच्छा पुलिस अधिकारी बताया और टि्वटर के जरिए पीएम मोदी और भाजपा पर निशाना साधा था. ममता बनर्जी ने राजीव कुमार के घर के बाहर भी केंद्र सरकार और भाजपा पर निशाना साधा था.ममता बनर्जी ने कहा था कि आप किसी कमिश्नर के घर बिना किसी वारंट के कैसे आ सकते हैं? मेरे अधिकारी को बचाना मेरा काम है.' वहीं, सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर पंकज श्रीवास्तव का कहना था कि यह जांच सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर की जा रही है तो ऐसे मे हमें किसी वारंट या ऑर्डर की जरूरत नहीं है.

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया था कि यह सब कुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल करा रहे हैं. 'सीबीआई को डोभाल ही निर्देश दे रहे हैं.' ममता ने आरोप लगाया था कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, पीएम मोदी और शाह के इशारे पर यह काम कर रहे हैं.

साथ ही बनर्जी ने कहा था कि उन्होंने (पीएम) सीबीआई अधिकारियों को बुलाया और कहा था कि 'कुछ तो करो, कुछ तो करो'. भाजपा एक चोर पार्टी है, हम नहीं. चिट फंड के नाम पर वह जो चाहते हैं वही कर रहे हैं. हम वह हैं जिन्होंने चिट फंड के मालिकों को गिरफ्तार किया था.' सीबीआई के अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव ने कहा था कि पश्चिम बंगाल पुलिस सहयोग नहीं कर रही है, इसलिए सोमवार को हम सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे. 

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टीएमसी प्रमुख ने आरोप लगाया था कि भाजपा विरोधी दलों की रैली आयोजित करने पर भाजपा हमें निशाना बना रही है. बता दें, सीबीआई और पुलिस के आमने सामने आने के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी धरने पर बैठ गईं थी. ममता के लिए आधी रात को धरने के लिए स्टेज बना दिया गया. रात ठीक 1.20 पर ममता मंच पर पहुंचीं और शॉल ओढ़कर कुर्सी पर बैठ गईं, जबकि कई नेता उनके साथ स्टेज पर नीचे बैठे हैं. 

वहीं दूसरी तरफ इस मामले के बढ़ जाने के बाद कोलकाता में सीबीआई दफ्तर के बाहर CRPFकी टुकड़ी पहुंच गई है और मोर्चा संभाल लिया है. बताया जा रहा है कि कार्यालय की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ को बुलाया गया है. इस बीच खबर है कि सीबीआई ने इस पूरे मामले में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की है और उनसे मिलने का समय मांगा है.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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