यह ख़बर 13 अगस्त, 2013 को प्रकाशित हुई थी

बिना बिजनेस स्कूल ट्रेनिंग के कमाए हजारों करोड़ : वाड्रा पर बीजेपी का निशाना

खास बातें

  • बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने रॉबर्ट वाड्रा के जमीन सौदों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी गठित करने की मांग की है।
नई दिल्ली:

रॉबर्ट वाड्रा के भूमि सौदों की जांच की मांग कर रहे सांसद आज लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया। दोनों सदनों में हंगामें के कारण कामकाज ठप है।

भाजपा ने आज लोकसभा में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा से जुड़े भूमि सौदे के विषय को उठाते हुए कहा कि देश के एक रसूखदार व्यक्ति ने मुनाफा कमाने का अनोखा मॉडल पेश किया है।

लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान भाजपा के यशवंत सिन्हा ने कहा कि अच्छे-अच्छे बिजनेस स्कूल मुनाफा कमाने का अलग-अलग मॉडल पेश करते हैं। लेकिन हमारे देश में एक ऐसे रसूखदार सम्पर्क वाले व्यक्ति (वाड्रा) पैदा हुए हैं, जिन्होंने मुनाफा कमाने का ऐसा मॉडल पेश किया है, जिससे ‘हल्दी लगे न चुना, और मुनाफा हजारों-करोड़ों रुपये कमा लिया जाता है।

वाड्रा का नाम लिए बिना उन्होंने कहा कि देश और दुनिया के समक्ष अनोखा कारोबार मॉडल पेश किया है कि किस तरह से बिना निवेश किए बड़े पैमाने पर मुनाफा कमाया जा सकता है।

सिन्हा ने वाड्रा के जमीन सौदों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी गठित करने की मांग की।

इसी के चलते लोकसभा की कार्यवाही को पहले 12 बजे तक के लिए और फिर 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा। वहीं राज्यसभा की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया।

वहीं बीएसपी अध्यक्ष मायावती का कहना है कि वाड्रा मामले में सोनिया को जिम्मेदार ठहरना गलत है, जो दोषी है उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।

उल्लेखनीय है कि भंडाफोड करने वाले आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने आरोप लगाया है कि वाड्रा ने गुड़गांव में 3.53 एकड़ भूमि के फर्जी दस्तावेज के माध्यम से वाणिज्यिक कालोनी के लाइसेंस पर बड़ा मुनाफा कमाया।

उधर, बीजेपी सांसदों के हंगामें के बीच राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने वाड्रा मामले पर चर्चा करवाने से इनकार कर दिया। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि राज्यसभा में किसी कानून पर अमल नहीं हो रहा। हर कानून को तोड़ा जा रहा है। सदन अराजक तत्वों को संघ हो गया है।

इस टिप्पणी के बाद भारतीय जनता पार्टी ने मांग की है कि राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी का सदन के संबंध में 'अराजकतावादियों का संघ' बयान वापस लिया जाए।

विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि राज्यसभा के सभापति ने अधिक प्रतिक्रिया व्यक्त की है और 'अराजकतावादियों का संघ' शब्द उपयोग किया है जो असंसदीय है। जेटली ने कहा कि सदन चाहता है कि इस टिप्पणी को वापस लिया जाए और इसे कार्यवाही से निकाल दिया जाए।

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उप सभापति पीजे कुरियन ने कहा कि सभापति ने 'इच्छा' शब्द का उपयोग किया है इसका यह अर्थ नहीं है कि उन्होंने सदन को 'अराजकतावादियों का संघ' कहा है। भाजपा उपरोक्त शब्द को निकालने की मांग पर लगातार जोर देती रही, इस पर कुरियन ने कहा कि वे इस मामले पर विचार करेंगे।