हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज बोले - प्राथमिकियों से भयभीत नहीं हूं, दूंगा जवाब

हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने मंगलवार को कहा कि टूलकिट मामले पर उनके ट्वीट को लेकर उनके विरूद्ध दर्ज की जा रही पुलिस शिकायतों से भयभीत नहीं हैं.

हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज बोले - प्राथमिकियों से भयभीत नहीं हूं, दूंगा जवाब

हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज - फाइल फोटो

चंडीगढ़:

हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने मंगलवार को कहा कि टूलकिट मामले पर उनके ट्वीट को लेकर उनके विरूद्ध दर्ज की जा रही पुलिस शिकायतों से भयभीत नहीं हैं. उनकी टिप्पणी इस खबर के बाद आयी है कि कर्नाटक में कार्यकर्ताओं के एक समूह ने 21 वर्षीय जलवायु कार्यकर्ता की गिरफ्तारी पर सोमवार को उनके द्वारा किये गये ट्वीट को लेकर शिकायत दर्ज करायी है. विज द्वारा किया गया यह ट्वीट उन लोगों का समूल नष्ट करने की अपील करता हुआ प्रतीत होता है जो ‘देश विरोध का बीज' मन में पालते हैं.

अपने ट्वीट की इस व्याख्या को चुनौती देते हुए मंत्री ने संवादवादाताओं से कहा, ‘‘मैंने कहा कि देश विरोध का बीज जिसके भी दिमाग में हो उसका समूल नाश कर देना चाहिए. मुझे स्पष्ट करने दीजिए कि (मेरा) मतलब देश विरोध के बीच को समूल नष्ट करना था न कि व्यक्ति को समूल नष्ट करना.''

दिल्ली पुलिस ने रविवार को बेंगलुरु से दिशा रवि को केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के पक्ष में कथित रूप से प्रदर्शन ‘टूलकिट' तैयार करने और उसे साझा करने को लेकर गिरफ्तार किया था. विज के ट्वीट की ट्विटर ने भी जांच की है. इस ट्वीट का मतलब ‘देश विरोध के बीज' को समूल नष्ट करना भी निकाला जा सकता है. विज ने कहा, ‘‘यहां तक ट्विटर ने भी इस ट्वीट की जांच की और उसने कहा कि कुछ भी गलत नहीं है.''

उन्होंने ट्विटर का जवाब भी पोस्ट किया जिसमें लिखा गया है कि उसे उनके ट्वीट को लेकर शिकायत मिली थी. जब मंत्री से उनके ट्वीट को लेकर कर्नाटक में सामाजिक कार्यकर्ताओं के एक समूह द्वारा कथित रूप से पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसी प्राथिमिकियों से भयभीत नहीं हूं. कोई भी शिकायत दर्ज करा सकता है और मैं जवाब दूंगा.''

विज ने ट्वीट किया था, ‘‘देश विरोध का बीज जिसके भी दिमाग में हो उसका समूल नाश कर देना चाहिए फिर चाहे वह दिशा रवि हो या कोई और...'' ट्विटर ने कहा, ‘‘हमने कथित सामग्री की जांच की है और हमने पाया है कि यह ट्विटर नियमावली या जर्मन कानून के तहत हटाने लायक विषय नहीं है. इसलिए हमने कोई कार्रवाई नहीं की है.''

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एक अन्य प्रश्न के उत्तर में विज ने कहा, ‘‘लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर व्यक्ति को प्रदर्शन का अधिकार है और मैं यह नहीं कह रहा हूं कि सरकार की नीतियों का विरोध करना अपराध है लेकिन यदि कोई विदेशी तत्वों के साथ साठगांठ करता है, तो उस पर रोक लगनी ही चाहिए. '' कुछ विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया है कि विज का ट्वीट उन लोगों का सफाया करने का संकेत करता है जो ‘देशविरोध का बीज' मन में पालते हैं.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)