
नई दिल्ली:
एक छात्रा के सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद दिल्ली सरकार ने रात के समय सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को मजबूत करने के लिए सरकारी बसों की सेवाएं दोगुनी करने और उनमें होम गार्ड की तैनाती का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला किया गया। इस बैठक में परिवहन मंत्री रमाकांत गोस्वामी, मुख्य सचिव पीके त्रिपाठी, परिवहन आयुक्त राजिंदर कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
शीला ने बुधवार की सुबह अपने कैबिनेट के सहयोगियों के साथ भी बैठक की और सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद उत्पन्न स्थिति पर विचार-विमर्श किया।
परिवहन मंत्री और अधिकारियों के साथ बैठक में शीला ने उन्हें निर्देश दिया कि दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की सभी सेवाएं सुधारी जाएं।
परिवहन विभाग से सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डीटीसी रात के समय 42 की जगह अब 85 बसों को लगाएगा।
शीला ने कहा कि रात के समय यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बसों में होम गार्ड तैनात किए जाएंगे। विभाग शाम के समय भी डीटीसी बसों में होम गार्ड तैनात करने पर विचार कर सकता है।
ये नए कदम ऐसे समय उठाये गये हैं जबकि दक्षिण दिल्ली में 23 साल की एक छात्रा के साथ चलती बस में सामूहिक बलात्कार किया गया था और इस घटना को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है। ग्रामीण सेवा और आटो रिक्शा के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि मागोर्ं के उल्लंघन, ज्यादा भीड़भाड़, ज्यादा किराए संबंधी बड़ी संख्या में शिकायतें आई हैं।
उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग इन शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई करेगा जिसमें अनुमति रद्द करना भी शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां तक रंगीन शीशे वाली बसों के खिलाफ कार्रवाई की बात है, परिवहन आयुक्त यातायात पुलिस के विशेष आयुक्त को पत्र लिख रहे हैं ताकि उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार इस तरह की बसों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह फैसला किया गया। इस बैठक में परिवहन मंत्री रमाकांत गोस्वामी, मुख्य सचिव पीके त्रिपाठी, परिवहन आयुक्त राजिंदर कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
शीला ने बुधवार की सुबह अपने कैबिनेट के सहयोगियों के साथ भी बैठक की और सामूहिक बलात्कार की घटना के बाद उत्पन्न स्थिति पर विचार-विमर्श किया।
परिवहन मंत्री और अधिकारियों के साथ बैठक में शीला ने उन्हें निर्देश दिया कि दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की सभी सेवाएं सुधारी जाएं।
परिवहन विभाग से सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि डीटीसी रात के समय 42 की जगह अब 85 बसों को लगाएगा।
शीला ने कहा कि रात के समय यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बसों में होम गार्ड तैनात किए जाएंगे। विभाग शाम के समय भी डीटीसी बसों में होम गार्ड तैनात करने पर विचार कर सकता है।
ये नए कदम ऐसे समय उठाये गये हैं जबकि दक्षिण दिल्ली में 23 साल की एक छात्रा के साथ चलती बस में सामूहिक बलात्कार किया गया था और इस घटना को लेकर लोगों में काफी गुस्सा है। ग्रामीण सेवा और आटो रिक्शा के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि मागोर्ं के उल्लंघन, ज्यादा भीड़भाड़, ज्यादा किराए संबंधी बड़ी संख्या में शिकायतें आई हैं।
उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग इन शिकायतों पर कड़ी कार्रवाई करेगा जिसमें अनुमति रद्द करना भी शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां तक रंगीन शीशे वाली बसों के खिलाफ कार्रवाई की बात है, परिवहन आयुक्त यातायात पुलिस के विशेष आयुक्त को पत्र लिख रहे हैं ताकि उच्चतम न्यायालय के निर्देशों के अनुसार इस तरह की बसों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
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