प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
कक्षा में हिजाब पहनने की अनुमति नहीं देने के लिए छात्राओं के एक वर्ग के विरोध का सामना कर रहे सेंट एग्नेस कॉलेज के प्रबंधन ने आज यहां कहा कि छात्राओं को निर्धारित ड्रेस कोड का पालन करना होगा. गौरतलब है कि छात्राओं के एक समूह और कैम्पस फ्रंट ऑफ इंडिया ने हिजाब पहनने के अधिकार से वंचित किये जाने के खिलाफ 25 जून को कॉलेज के बाहर प्रदर्शन किया.कॉलेज की प्राचार्य एस जसविना ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में उन खबरों को खारिज किया कि प्रदर्शन के बाद कुछ छात्राओं को निलंबित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि हिजाब पहनने को लेकर प्रदर्शन करने वाली सभी छात्राएं तब से नियमित तौर पर कॉलेज आ रही हैं.
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छात्राओं को तीन दिन के भीतर अपने माता - पिता की मौजूदगी में लिखित में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है. जसविना ने कहा कि ड्रेस कोड के अनुसार , कार्य समय के दौरान कॉलेज परिसर में कॉलेज द्वारा निर्धारित पोशाक के अलावा कोई भी अन्य ड्रेस पहनने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने बताया कि छात्राओं को इन नियमों के आधार पर ही दाखिला दिया जाता है.
साथ ही कैम्पस में अनुशासन और मैत्रीपूर्ण माहौल बनाए रखने के आधार पर दाखिला दिया जाता है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रदर्शन में बाहरी हस्तक्षेप हो सकता है क्योंकि जिन छात्राओं ने प्रदर्शन किया था वे बाद में कार्यालय में आई और उन्होंने यह कहते हुए माफी मांगी कि उन्हें इस मामले में घसीटा गया.(इनपुट भाषा से)
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छात्राओं को तीन दिन के भीतर अपने माता - पिता की मौजूदगी में लिखित में स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है. जसविना ने कहा कि ड्रेस कोड के अनुसार , कार्य समय के दौरान कॉलेज परिसर में कॉलेज द्वारा निर्धारित पोशाक के अलावा कोई भी अन्य ड्रेस पहनने की अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने बताया कि छात्राओं को इन नियमों के आधार पर ही दाखिला दिया जाता है.
साथ ही कैम्पस में अनुशासन और मैत्रीपूर्ण माहौल बनाए रखने के आधार पर दाखिला दिया जाता है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि प्रदर्शन में बाहरी हस्तक्षेप हो सकता है क्योंकि जिन छात्राओं ने प्रदर्शन किया था वे बाद में कार्यालय में आई और उन्होंने यह कहते हुए माफी मांगी कि उन्हें इस मामले में घसीटा गया.(इनपुट भाषा से)
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