
आतंकी संगठन IS भारत के पढे़-लिखे नौजवान को अपने शिकंजे में ले रहा है
नई दिल्ली:
अगर आप सोचते हैं कि आंतकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट यानी आईएस से जुड़े हुए नौजवान मदरसों में पढ़े हुए हैं और पिछड़े तबके से आते हैं, तो आपका सोचना सरासर ग़लत है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने आईएस से संलिप्ता के आरोप में जिन 52 नौजवानों के ख़िलाफ़ मामले दर्ज किए हैं, उसमें से 80 फ़ीसदी ने सामान्य स्कूलों में पढ़ाई की है. इनमें 20 इंजीनियर और स्नातक हैं.
इन आरोपियों में 50 फीसदी इस्लाम के अहले-हदीस फिरके को मानने वाले हैं. 30 फ़ीसदी तबलीग़ी जमात के और 20 फ़ीसदी देवबंदी हैं. आईएस से जुड़े होने के शक में गिरफ्तार किए इन आरोपियों में कोई भी बरेलवी फिरके से नहीं है. इन लोगों में 85 फ़ीसदी सुन्नी हैं और 15 फीसदी कन्वर्टेड मुस्लिम हैं.
आईएसआईएस की पहुंच
अगर आईएसआईएस की पहुंच की बात करें तो जांच एजेंसी का कहना है कि अभी तक की जांच में 12 आरोपियों की शिनाख्त महाराष्ट्र से हुई है. इनमें 11 लोग केरल के हैं. बाकि हैदराबाद, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और जम्मू-कश्मीर से जुड़े हैं.
नौजवानों पर नज़र
आईएसआईएस नई उम्र के लड़कों को अपने जाल में फंसाता है. जांच एजेंसी के आंकड़े बताते हैं कि उनके आरोपियों की लिस्ट में 28 नौजवान 18 से 25 साल की उम्र के हैं. 20 की उम्र 25 से 40 साल के बीच है. 4 आरोपी 40 साल से ऊपर की उम्र के हैं.
आतंकवाद पर NIA की नज़र
जांच एजेंसी ने अब तक आईएसआईएस से जुड़े 12 मामले दर्ज किए हैं. 6 में आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं और 8 की जांच चल रही है. एनआईए ने साल 2016 में 112 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से 66 को जिहादी आतंकवाद से जुड़े मामलों में गिरफ्तार किया था और कुल 34 नए मामले दर्ज किए गए.
आतंकवाद पर नज़र रखने और इससे जुड़े मामलों की सही ढंग से जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी का गठन 2009 में किया गया था.
इन आरोपियों में 50 फीसदी इस्लाम के अहले-हदीस फिरके को मानने वाले हैं. 30 फ़ीसदी तबलीग़ी जमात के और 20 फ़ीसदी देवबंदी हैं. आईएस से जुड़े होने के शक में गिरफ्तार किए इन आरोपियों में कोई भी बरेलवी फिरके से नहीं है. इन लोगों में 85 फ़ीसदी सुन्नी हैं और 15 फीसदी कन्वर्टेड मुस्लिम हैं.
आईएसआईएस की पहुंच
अगर आईएसआईएस की पहुंच की बात करें तो जांच एजेंसी का कहना है कि अभी तक की जांच में 12 आरोपियों की शिनाख्त महाराष्ट्र से हुई है. इनमें 11 लोग केरल के हैं. बाकि हैदराबाद, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और जम्मू-कश्मीर से जुड़े हैं.
नौजवानों पर नज़र
आईएसआईएस नई उम्र के लड़कों को अपने जाल में फंसाता है. जांच एजेंसी के आंकड़े बताते हैं कि उनके आरोपियों की लिस्ट में 28 नौजवान 18 से 25 साल की उम्र के हैं. 20 की उम्र 25 से 40 साल के बीच है. 4 आरोपी 40 साल से ऊपर की उम्र के हैं.
आतंकवाद पर NIA की नज़र
जांच एजेंसी ने अब तक आईएसआईएस से जुड़े 12 मामले दर्ज किए हैं. 6 में आरोप पत्र दाखिल किए जा चुके हैं और 8 की जांच चल रही है. एनआईए ने साल 2016 में 112 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से 66 को जिहादी आतंकवाद से जुड़े मामलों में गिरफ्तार किया था और कुल 34 नए मामले दर्ज किए गए.
आतंकवाद पर नज़र रखने और इससे जुड़े मामलों की सही ढंग से जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी का गठन 2009 में किया गया था.
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