नई दिल्ली:
वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि अन्ना हजारे के सहयोगी कहीं न कहीं भाजपा के करीब हैं। उन्होंने लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार करने के लिए गठित 10 सदस्यीय संयुक्त समिति में वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण और प्रशांत भूषण दोनों पिता-पुत्र को शामिल किए जाने पर भी प्रश्न उठाया। दिग्विजय ने 'सीधे-सादे' हजारे को उनके करीबी लोगों के प्रति चेताया। उन्होंने कहा कि इन लोगों का आपको आगे करने का अपना मकसद है। उन्होंने पूछा कि लोकपाल विधेयक का मसौदा तैयार करने के गठित संयुक्त समिति में अरुणा राय या हर्ष मंदर को शामिल क्यों नहीं किया गया। लोकपाल विधेयक 15 अगस्त तक संसद से पास नहीं होने की स्थिति में फिर से अनशन करने की अन्ना की चेतावनी को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि उनका लोग अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। प्रसिद्ध गांधीवादी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री की प्रशंसा करने का उल्लेख करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि हजारे को बोलते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
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