हाथरस कांड लगातार कानूनी दांव-पेंच में फंसता जा रहा है. इस केस में पुलिस ने कई आरोपों में अब तक 19 एफआईआर (First Information Report) दर्ज किए हैं. इनमें से एक एफआईआर में अज्ञात लोगों के खिलाफ राजद्रोह और षडयंत्र करने का आरोप है. इसमें यह भी आरोप लगाया गया है कि पीड़िता के परिवार को राज्य सरकार के खिलाफ झूठ बोलने के लिए 50 लाख रुपये देने का प्रलोभन दिया गया था. और इनमें से FIR नंबर 151 सबसे अहम है. इस FIR में एक बड़ी आपराधिक साजिश की बात की गई है. इस FIR में राजद्रोह (sedition ) और आपराधिक साज़िश समेत 20 धाराओं के तहत मुक़दमा दर्ज़ किया गया है. हालांकि इसमें किसी का नाम नहीं लिया गया है. ये FIR हाथरस के चांदपा थाने के SI अवधेश कुमार द्वारा दर्ज़ कराई गई
FIR में क्या-क्या कहा गया है?
- एक पूरी सुनियोजित आपराधिक साज़िश के तहत पीड़ित के परिवार को बरगलया गया.
- अराजक तत्वों ने पीड़ित परिवार को प्रदेश सरकार के ख़िलाफ़ ग़लतबयानी करने के लिए 50 लाख का प्रलोभन दिया.
- अराजक तत्व प्रदेश में वर्ग और जाति विशेष को भड़काकर प्रदेश में अशांति फ़ैलाने का प्रयास कर रहे थे.
- पीड़ित परिवार पर बार बार ये दबाव बनाया गया कि वो बोलें कि गैंगरेप हुआ था जबकि पहली शिकायत में पीड़ित परिवार ने मारपीट की बात कही थी.
- प्रदेश सरकार की छवि खराब कर पूरे प्रदेश में सनसनी फैलाने का प्रयास किया गया और अमन-चैन छिन्न भिन्न करने का प्रयास किया गया.
- सोशल मीडिया पर लोगों को भड़काने के लिए तमाम झूठी तस्वीरें और आडियो वायरल कराए गए.
- यह केस तब फाइल किए गए थे, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दावा किया था कि कुछ लोग उनकी सरकार की प्रगति देखकर हाथरस कांड का गलत फायदा उठा रहे हैं. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रशांत कुमार ने सोमवार को दर्ज किए गए मामलों पर कहा था कि 'हाथरस में एक गहरी साजिश रची गई है. हम सच का पता लगाएंगे.'
Video: हाथरस में राज्य सरकार का SC में हलफनामा, CBI जांच के आदेश की मांग
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं