सांकेतिक तस्वीर
नई दिल्ली:
केंद्र सरकार ने अब ऑस्ट्रेलिया से एक लाख टन चना आयात करने का फैसला किया है. चना, चना दाल और बेसन की बढ़ती कीमतों ने सरकार को इस आयात के लिए मजबूर किया है.
त्योहारों के मौके पर चने की मांग बढ़ गई है. इससे बेसन भी बनेगा, चना दाल भी और तरह-तरह के दूसरे व्यंजन भी. लेकिन इस साल 20 लाख टन चना कम पैदा हुआ है. इस वजह से बाज़ार में चना कम पहुंचा है और उसकी कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं.
अब इस कमी को दूर करने के लिए ऑस्ट्रेलिया से चना आयात करने का फैसला किया गया है. उपभोक्ता मामलों के सचिव हेम पांडे ने एनडीटीवी से कहा, 'देश में चने की कमी कम करने के लिए सरकार ऑस्ट्रेलिया से एक लाख टन चना का आयात करेगी.'
यह फैसला ऐसे वक्त पर लिया गया है जब चना, चना दाल और बेसन तीनों की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं. एक महीने पहले दिल्ली के खुदरा बाज़ार में चना 70 से 80 रुपये प्रति किलो के रेट पर बिक रहा था, लेकिन आज इसकी कीमत 140 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. इस दौरान बेसन की कीमतें दोगुनी हो गई हैं.
साउथ एवेन्यू में चार दशक से किराना की दुकान चला रहे अशोक खुराना कहते हैं, 'पिछले महीने बेसन 80 रुपये किलो पर बिक रहा था, आज 160 रुपये किलो बिक रहा है.' आम तौर पर त्यौहारों के दौरान बेसन की बिक्री बढ़ जाती है. लेकिन इस बार कीमतें एक महीने में दोगुनी होने की वजह से बिक्री घट गई हैं.
जमरूदपुर में किराना दुकान मालिक विजय ने एनडीटीवी से कहा कि उनकी बिक्री 25 प्रतिशत तक घट गई है. फिलहाल त्योहारों के मौके पर लोगों को ऊंची कीमतों से फौरन राहत मिलती नहीं दिख रही, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया से चना आने में अभी काफी वक़्त लगेगा.
त्योहारों के मौके पर चने की मांग बढ़ गई है. इससे बेसन भी बनेगा, चना दाल भी और तरह-तरह के दूसरे व्यंजन भी. लेकिन इस साल 20 लाख टन चना कम पैदा हुआ है. इस वजह से बाज़ार में चना कम पहुंचा है और उसकी कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं.
अब इस कमी को दूर करने के लिए ऑस्ट्रेलिया से चना आयात करने का फैसला किया गया है. उपभोक्ता मामलों के सचिव हेम पांडे ने एनडीटीवी से कहा, 'देश में चने की कमी कम करने के लिए सरकार ऑस्ट्रेलिया से एक लाख टन चना का आयात करेगी.'
यह फैसला ऐसे वक्त पर लिया गया है जब चना, चना दाल और बेसन तीनों की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं. एक महीने पहले दिल्ली के खुदरा बाज़ार में चना 70 से 80 रुपये प्रति किलो के रेट पर बिक रहा था, लेकिन आज इसकी कीमत 140 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. इस दौरान बेसन की कीमतें दोगुनी हो गई हैं.
साउथ एवेन्यू में चार दशक से किराना की दुकान चला रहे अशोक खुराना कहते हैं, 'पिछले महीने बेसन 80 रुपये किलो पर बिक रहा था, आज 160 रुपये किलो बिक रहा है.' आम तौर पर त्यौहारों के दौरान बेसन की बिक्री बढ़ जाती है. लेकिन इस बार कीमतें एक महीने में दोगुनी होने की वजह से बिक्री घट गई हैं.
जमरूदपुर में किराना दुकान मालिक विजय ने एनडीटीवी से कहा कि उनकी बिक्री 25 प्रतिशत तक घट गई है. फिलहाल त्योहारों के मौके पर लोगों को ऊंची कीमतों से फौरन राहत मिलती नहीं दिख रही, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया से चना आने में अभी काफी वक़्त लगेगा.
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