रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने राज्यों से म्यूकोर्मिकोसिस या ब्लैक फंगस (Mucormycosis or Black Fungus) को ठीक करने वाली दवा एम्फोटेरिसिन-बी (Amphotericin B) का उपयोग निर्धारित दिशा-निर्देशों के मुताबिक विवेकपूर्ण तरीके से करने का आग्रह किया है. केंद्रीय मंत्री ने मंगलवार को अधिकारियों और स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठक कर देश में एम्फोटेरिसिन-बी की आवश्यकता और आपूर्ति की स्थिति की समीक्षा की.
रसायन और उर्वरक मंत्रालय के मुताबिक, एम्फोटेरिसिन-बी की सप्लाई कई गुना बढ़ा दी गई है, लेकिन उसकी मांग अचानक काफी बढ़ गई है. मंत्रालय के अनुसार, इस महत्वपूर्ण दवा की उपलब्धता में कमी को जल्दी दूर करने की पहल की जा रही है. इसके लिए भारत सरकार ने घरेलू उत्पादन बढ़ाने के साथ-साथ दुनियाभर से इस दवा के आयात के लिए निर्माताओं के साथ रणनीति बनाई है.
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बताते चलें कि डायबिटीज से पीड़ित COVID-19 मरीजों को जिन्हें इलाज के दौरान स्टेरॉयड दिया जा रहा है, उनमें म्यूकोर्मिकोसिस से प्रभावित होने की आशंका ज्यादा होती है. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के निदेशक डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने बताया कि कई अस्पताल इस दुर्लभ लेकिन घातक संक्रमण में वृद्धि की रिपोर्ट कर रहे हैं.
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