सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा कृषि कानूनों (Farm Laws) को लेकर एक समिति गठित करने के फैसले पर किसान नेता डॉ दर्शनपाल सिंह ने कहा कि आज हमने पंजाब किसान संगठनों के साथ बैठक की. कल हम पूरे संयुक्त किसान मोर्चे की बैठक करेंगे. कल हमने प्रेस नोट में बताया था कि अगर सुप्रीम कोर्ट कोई कमेटी बनाएगा तो हमें मंज़ूर नहीं है. हमें लगता है कि जो सरकार नहीं कर पाई वो सुप्रीम कोर्ट के ज़रिए करा रही है.
किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा कि हमें लगता है कि ये सरकार की शरारत है कि ये सुप्रीम के ज़रिए कमेटी ले आए. कमेटी के सारे सदस्य सरकार को सही ठहराते रहे हैं. ये लोग प्रेस में आर्टिकल लिखकर क़ानूनों को सही ठहराते रहे हैं. तो ऐसी कमेटी के सामने क्या बोलें. हमारा ये आंदोलन चलता रहेगा. कल को ये कमेटी के लोग बदल भी दें तो भी हम कमेटी के सामने नहीं जाएंगे. हमारा ये संघर्ष अनिश्चितकालीन है. हम शांतिपूर्ण तरीक़े से आंदोलन चलाते रहेंगे.
बलबीर सिंह राजोवाल ने कहा कि हमारा 26 जनवरी का पूरा आंदोलन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेगा. ये भ्रम फ़ैलया जा रहा है कि हमें लाल किले को फ़तह करना है, संसद पर कब़्ज़ा करना है. ऐसा संयुक्त किसान मोर्चा ने नहीं कहा है. हम पूरी तरह शांतिपूर्ण रहेंगे. हम 15 तारीख़ को अपना 26 जनवरी का कार्यक्रम बताएंगे.
रमिंदर पटियाला ने कहा कि इस तरह की बात प्रोजेक्ट हो रही है कि लाल किले में झंडा फहराएंगे, ऐसा नहीं होगा. हमारा 26 जनवरी का मार्च ऐतिहासिक होगा.
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