कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक में चिट्ठी को लेकर घमासान मचा हुआ है. चिट्ठी को लेकर बैठक में राहूल गांधी (Rahul Gandhi) की कथित टिप्पणी पर बवाल मचने के बाद कांग्रेस की ओर से सफाई दी गई है. खबरों में कहा गया है कि राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि जिन लोगों ने चिट्ठी लिखी है वो भारतीय जनता पार्टी के साथ मिले हुए हैं. जिसके बाद गुलाम नबी आजाद ने इस्तीफे की पेशकश की. इस पूरे मामले पर अब AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की ओर टिप्पणी आई है. ओवैसी ने कहा कि गुलाब नबी आजाद हमें बीजेपी की B-टीम कहते थे. आज, उनके पार्टी के ही पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि पत्र में हस्ताक्षर करने वाले बीजेपी से मिले हुए हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सांसद असुद्दीन ओवैसी ने कहा, "गुलाम नबी आजाद हमें बीजेपी की बी-टीम कहा करते थे. अब उनकी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने बीजेपी के साथ मिलीभगत करके पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. कांग्रेस में मुस्लिम नेता, जो समय बर्बाद कर रहे हैं, उन्हें इस बारे में सोचना चाहिए कि वे कब तक कांग्रेस नेतृत्व के गुलाम बने रहेंगे."
Ghulam Nabi Azad used to call us BJP's 'B' team. Now, his party's former chief said he colluded with BJP by signing on the letter. Muslim leaders in Congress, who are wasting time, should think for how long they'll remain slave of Congress leadership: AIMIM chief Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/KirEuKUj4X
— ANI (@ANI) August 24, 2020
बता दें कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी ने इस चिट्ठी के इरादों के पीछे संदेह जताते हुए कहा था कि यह चिट्ठी बीजेपी के साथ सांठगांठ में लिखी गई है. सूत्रों ने कहा था कि गुलाम नबी आज़ाद ने इस बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि 'अगर बीजेपी से सांठगांठ की बात साबित हो जता है तो वो पार्टी से इस्तीफा दे देंगे.'
वहीं, कांग्रेस ने उन खबरों को खारिज कर दिया है कि जिनमें कहा गया था कि राहुल गांधी ने पत्र लिखने वालों की बीजेपी से सांठगांठ की बात कही है. पार्टी ने कहा कि राहुल गांधी ने 'बीजेपी के साथ मिलीभगत' जैसा या इससे मिलता-जुलता एक शब्द भी नहीं बोला था.
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