यह ख़बर 28 अप्रैल, 2013 को प्रकाशित हुई थी

मामला दबाने को एसएचओ ने दिए थे 2000 रुपये…

खास बातें

  • पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर में बलात्कार की शिकार बनी पांच साल की बच्ची के पिता को मामले को दबाने की एवज में कथित तौर पर 2,000 रुपये की पेशकश करने वाले पुलिसकर्मी की पहचान हो गई है।
नई दिल्ली:

पूर्वी दिल्ली के गांधीनगर में बलात्कार की शिकार बनी पांच साल की बच्ची के पिता को मामले को दबाने की एवज में कथित तौर पर 2,000 रुपये की पेशकश करने वाले पुलिसकर्मी की पहचान हो गई है। बताया जा रहा है कि गांधीनगर थाने के एसएचओ धर्मपाल सिंह ही वह शख्स है जिन्होंने यह रुपये दिए थे।

विजिलेंस विभाग की टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है। इस मामले में रुपये देकर मामला दबाने की कोशिश की शिकायत के बाद विजिलेंस विभाग को इसकी जांच सौंपी गई थी।

खास बात यह है कि एसएचओ का कहना है कि उन्होंने पीड़ित परिवार की मदद के लिए यह पैसे दिए थे वहीं, लड़की के पिता अब भी अपने आरोप पर कायम हैं। विजिलेंस जांच में एसएचओ धर्मपाल और पहले वाले इंवेस्टिगेटिंग अफसर द्वारा मामले की जांच में देरी करने के अलावा और भी कई लापरवाहियां पाई गईं। ये दोनों अधिकारी सस्पेंड हैं और इनके ख़िलाफ़ जांच चल रही है। विजिलेंस डिपार्टमेंट ने अपनी रिपोर्ट पुलिस कमिश्नर को सौंप दी है।

उल्लेखनीय है कि बच्ची के पिता ने 19 अप्रैल को आरोप लगाया था कि 18 अप्रैल को ‘‘एक पुलिसकर्मी आया और मुझसे मेरे घर के बाहर आने को कहा। उसने मुझसे कहा कि लोगों को इस मामले में शामिल करने से कुछ नहीं होने वाला है। उसने कहा कि तुम्हें अपनी बच्ची का ख्याल रखना चाहिए और उसके साथ ही रहना चाहिए।’’

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पीड़िता के पिता ने आगे कहा, ‘उसने कहा कि लोग तुम्हारी मदद नहीं करेंगे। फिर उसने मुझे 2,000 रुपये दिए और चला गया। उसने कहा कि मुझे इस पैसे से अपना खर्च निकाल लेना चाहिए।’