SPG कवर हटाए जाने के बाद सोनिया गांधी को मिली 10 साल पुरानी टाटा सफारी...

इस महीने की शुरुआत में ही गांधी परिवार से स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) कवर को हटा दिया गया था और उन्हें जेड-प्ल्स सिक्योरिटी दी गई थी.

SPG कवर हटाए जाने के बाद सोनिया गांधी को मिली 10 साल पुरानी टाटा सफारी...

सोनिया गांधी की एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के चलते कांग्रेस नेताओं ने संसद में हंगामा किया

खास बातें

  • एसपीजी हटाए जाने के बाद कांग्रेस ने संसद में किया हंगामा
  • गांधी परिवार के लिए एसपीजी कवर की मांग की
  • संसद में नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसदों ने किया कांग्रेस का समर्थन
नई दिल्ली:

सुरक्षा व्‍यवस्‍था में हाल ही में हुए बदलाव के बाद गांधी परिवार (Gandhi Family) को 10 साल पुरानी टाटा सफारी और पुलिस सुरक्षा दी गई है. मंगलवार को संसद में कांग्रेस (Congress) ने इस मामले को उठाया और पीएम मोदी से सुरक्षा व्‍यवस्‍था में किए गए बदलाव पर जवाब मांगा. आपको बता दें, इस महीने की शुरुआत में ही गांधी परिवार से स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) कवर को हटा दिया गया था और उन्हें जेड-प्ल्स सिक्योरिटी दी गई थी. जेड-प्ल्स सिक्योरिटी (Z-Plus Security) के तहत 100 सुरक्षाकर्मी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालते हैं. 1991 में श्रीलंकाई आतंकवादी समूह ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या कर दी थी. इसके बाद से ही गांधी परिवार को कड़ी सुरक्षा दी जा रही थी. लेकिन वर्तमान सरकार के सूत्रों की धारणा के मुताबिक गांधी परिवार को अब कम खतरा है और इस वजह से उनकी सुरक्षा को पहले से कम कर दिया गया है.

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जेड-प्ल्स से क्यों अलग है एसपीजी
एसपीजी (Special Protection Group) में कुल 3,000 जवान हैं. यह न केवल कमांडो सुरक्षा देती है बल्कि इसमें वर्दी वाले एजेंट भी होते हैं जो उन जगहों की रेकी करते हैं जहां उनकी सुरक्षा में रहने वाली हस्‍ती को जाना होता है. इसके साथ ही कमांडोज उस व्‍यक्ति के घर पर भी तैनात रहते हैं और जब भी वो कहीं बाहर जाते हैं तो उनके साथ ही जाते हैं.

अब जेड-प्ल्स सिक्योरिटी में दिल्ली पुलिस को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के घरों का नियंत्रण सौंपा गया है. साथ ही अब गांधी परिवार को स्पेशल बुलेट प्रूफ गाड़ियों की बजाए 9 साल पुरानी यानी 2010 की टाटा सफारी दी गई है. इससे पहले एसपीजी प्रोटेक्शन के दौरान गांधी परिवार की सुरक्षा का जिम्मा वो कमांडो संभालते थे जो सबसे मजबूत और स्मार्ट होते हैं और उन्हें इसके लिए स्पेशल ट्रेनिंग भी दी जाती है. साथ ही सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी रेंज रोवर गाड़ि‍यों का उपयोग करती थीं जो किसी किस्‍म के धमाकों से बचने  में भी सक्षम होती थीं जबकि राहुल गांधी फॉर्च्यूनर कार का उपयोग करते थे. 

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सुरक्षा को भी कुछ समय पहले ही कम किया गया है. जिसके बाद उन्हें एसपीजी की तरफ से बख्तरबंद बीएमडब्ल्यू कर दी गई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक सीआरपीएफ ने एसपीजी से गांधी परिवार को भी बख्तारबंद गाड़ियां देने का अनुरोध किया है लेकिन अब तक एसपीजी ने इसपर कोई जवाब नहीं दिया है. 

सरकार के इस कदम से नाराज कांग्रेस के नेताओं ने इस मामले को लेकर संसद में हंगामा किया. इस दौरान नेशनल कॉन्फ्रेंस के सांसदों ने भी कांग्रेस का साथ दिया. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी सामान्य प्रोटेक्टी नहीं हैं. वाजपेयी जी ने भी गांधी परिवार को एसपीजी की प्रोटेक्शन दी थी. 1999 से लेकर 2019 तक कांग्रेस की सरकार 2 बार बनी लेकिन कभी भी गांधी परिवार से एसपीजी कवर की सुरक्षा नहीं हटाई गई.

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आपको बता दें, 1984 में इंदरा गांधी की हत्या के बाद ही एसपीजी बनाई गई थी. शुरुआत में इसका निर्माण भारत के प्रधानमंत्रियों की सुरक्षा के लिए किया गया था. राजीव गांधी को दिया जा रहा एसपीजी कवर उनके ऑफिस छोड़ने के बाद हटा दिया गया था लेकिन उनकी हत्या के बाद से सोनिया गांधी और उनके बच्चों- राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को अधिक खतरा होने के चलते एसपीजी सुरक्षा दी गई थी.