प्रतीकात्मक चित्र
नई दिल्ली:
जयपुर की मखनी देवी के लिए सावनी तीज का त्योहार उनकी जिंदगी का सबसे खुशी का पल लेकर आया जब उन्होंने अपने पति को 36 साल बाद पाकिस्तान से भारत की सरजमीं पर कदम रखते हुए देखा. इतने साल तक मखनी देवी को तो यह भी पता नहीं था कि उनके पति सीमा पार की एक जेल में बंद हैं. गजानंद ने सोमवार दोपहर वाघा अटारी सीमा के रास्ते भारत में प्रवेश किया. इस दृश्य को टीवी पर देख रही मखनी देवी अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख पायीं और फफक पड़ीं. उन्होंने एक टीवी चैनल पर कहा कि वे इतने साल बाद भी अपने पति को पहचान सकती हैं. वे यहां के ब्रह्मपुरी इलाके में अपने परिवार के साथ रहती हैं. पाकिस्तान ने आज अनेक भारतीयों नागरिकों के साथ गजानंद शर्मा को रिहा किया.
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मखनी देवी ने इस खबर को टीवी चैनलों पर अपने परिवार वालों के साथ देखा.जयपुर से सांसद रामचरण बोहरा ने गजानंद शर्मा के भारत पहुंचने की पुष्टि की.मखनी ने संवाददाताओं से कहा,''हां, वह मेरे पति हैं लेकिन वह बहुत दुबले पतले हो गए हैं. पाकिस्तान के कारण ही मेरे पति की यह खराब हालत है. जब वह लापता हुए थे तो वे पूरी तरह स्वस्थ थे.'' मखनी ने जिस व्यक्ति को अपने पति गजानंद के रूप में पहचाना वह बहुत ही कमजोर दिख रहे थे और ठीक ढंग से चल भी नहीं पा रहे थे. बीएसएफ के जवान उनकी मदद कर रहे थे.
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परंपरागत रूप से सावन में पहने जाने वाली हरी लहरिया साड़ी पहने मखनी देवी ने कहा कि वे अपने पति को अपने सामने देखना चाहती हैं और उनके जयपुर पहुंचने का इंतजार है.उन्होंने कहा, ‘‘वे उनसे जानना चाहेंगी वे पाकिस्तान कैसे पहुंचे. उनकी अनुपस्थिति के ये साल बहुत मुश्किल में गुजरे. उनके लिए मेरी उम्मीद हमेशा कायम रही.’’गजानंद के छोटे बेटे मुकेश के अनुसार पिता की वापसी उनके परिवार के लिए एक सपना सच होने जैसा है. उन्होंने कहा कि हरियाली तीज पर उनकी मां के लिए यह सबसे बड़ा उपहार है.
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हरियाली तीज को भगवान शिव व देवी पार्वती के मिलन का उत्सव भी कहा जाता है.गजानंद के परिवार में उनकी पत्नी मखनी देवी के साथ साथ पुत्र राकेश व मुकेश शर्मा का भरा पूरा परिवार है. जयपुर के सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि उन्होंने गजानंद को जयपुर लाने में मदद के लिए चार लोगों को वाघा सीमा पर भेजा है. उन्होंने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘मेरी अधिकारियों से बात हुई है जिन्होंने पुष्टि की कि गजानंद भारत आ चुके हैं.
VIDEO: पाकिस्तान की जेल से रिहा हुए मछुआरे.
औपचारिकताएं पूरी करने के बाद वह एक दो दिन में जयपुर आएंगे.''’उन्होंने कि मई में जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय में गजानंद शर्मा की राष्ट्रीयता की पुष्टि संबंधी एक दस्तावेज आने पर ही इस परिवार को पता चला कि वह पाकिस्तान की जेल में बंद हैं.
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मखनी देवी ने इस खबर को टीवी चैनलों पर अपने परिवार वालों के साथ देखा.जयपुर से सांसद रामचरण बोहरा ने गजानंद शर्मा के भारत पहुंचने की पुष्टि की.मखनी ने संवाददाताओं से कहा,''हां, वह मेरे पति हैं लेकिन वह बहुत दुबले पतले हो गए हैं. पाकिस्तान के कारण ही मेरे पति की यह खराब हालत है. जब वह लापता हुए थे तो वे पूरी तरह स्वस्थ थे.'' मखनी ने जिस व्यक्ति को अपने पति गजानंद के रूप में पहचाना वह बहुत ही कमजोर दिख रहे थे और ठीक ढंग से चल भी नहीं पा रहे थे. बीएसएफ के जवान उनकी मदद कर रहे थे.
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परंपरागत रूप से सावन में पहने जाने वाली हरी लहरिया साड़ी पहने मखनी देवी ने कहा कि वे अपने पति को अपने सामने देखना चाहती हैं और उनके जयपुर पहुंचने का इंतजार है.उन्होंने कहा, ‘‘वे उनसे जानना चाहेंगी वे पाकिस्तान कैसे पहुंचे. उनकी अनुपस्थिति के ये साल बहुत मुश्किल में गुजरे. उनके लिए मेरी उम्मीद हमेशा कायम रही.’’गजानंद के छोटे बेटे मुकेश के अनुसार पिता की वापसी उनके परिवार के लिए एक सपना सच होने जैसा है. उन्होंने कहा कि हरियाली तीज पर उनकी मां के लिए यह सबसे बड़ा उपहार है.
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हरियाली तीज को भगवान शिव व देवी पार्वती के मिलन का उत्सव भी कहा जाता है.गजानंद के परिवार में उनकी पत्नी मखनी देवी के साथ साथ पुत्र राकेश व मुकेश शर्मा का भरा पूरा परिवार है. जयपुर के सांसद रामचरण बोहरा ने कहा कि उन्होंने गजानंद को जयपुर लाने में मदद के लिए चार लोगों को वाघा सीमा पर भेजा है. उन्होंने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘मेरी अधिकारियों से बात हुई है जिन्होंने पुष्टि की कि गजानंद भारत आ चुके हैं.
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औपचारिकताएं पूरी करने के बाद वह एक दो दिन में जयपुर आएंगे.''’उन्होंने कि मई में जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कार्यालय में गजानंद शर्मा की राष्ट्रीयता की पुष्टि संबंधी एक दस्तावेज आने पर ही इस परिवार को पता चला कि वह पाकिस्तान की जेल में बंद हैं.
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