भारी कर्ज के बोझ तले दबी सार्वजनिक क्षेत्र की एयरलाइंस एयर इंडिया (Air India) के लिए छह हवाईअड्डों पर तेल कंपनियों ने ईंधन आपूर्ति पर रोक लगा दी है. इस दौरान एयरलाइन के प्रमुख अश्वनी लोहानी ने फेसबुक पर एक मार्मिक पोस्ट लिखकर अपना दुख जाहिर किया है. उन्होंने कहा ईंधन पर यह रोक उनके कारोबार या प्रयासों की कमी के कारण नहीं बल्कि भारी कर्ज के बोझ के चलते धन की कमी की वजह से लगी है. उन्होंने कहा है कि भारी कर्ज ही उनकी एयरलाइन की तमाम मुश्किलों का कारण है .
लोहानी ने पोस्ट में लिखा ‘‘ एअर इंडिया की ईंधन आपूर्ति पर लगायी गयी रोक उसके पास कुल कोष की कमी की वजह से है. इसका उसके प्रदर्शन से कोई लेना देना नहीं है और ना ही यह एयरलाइन द्वारा हाल में किए गए प्रयासों को परिलक्षित करता है. एअर इंडिया पर 31 मार्च 2019 तक कुल 58,351 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज है. सरकार से इस साल किसी भी तरह की राजकोषीय सहायता नहीं मिलने के साथ उसका कुल घाटा करीब 70,000 करोड़ रुपये है. सरकार ने पिछले वित्त वर्ष में कंपनी के विनिवेश की असफल कोशिश की थी. लोहानी ने कहा कि कंपनी पर बकाया भारी कर्ज उसके कामकाज के हर पहलू को प्रभावित कर रहा है. ऐसे में यह सोचना कि कंपनी अपनी आय के स्रोत से इस ऋण का कुछ हिस्सा चुका भी देगी तो यह उसकी जमीनी हकीकत को समझे बिना उसके इस भारी कर्ज का आकलन करना होगा. उन्होंने कहा कि इस सबके बावजूद ‘हमें ऊंची उड़ान भरने की जरूरत है, भले रास्ते में जो भी (कठिनाई) आए.'
बता दें इंडियन ऑयल के नेतृत्व में तीन प्रमुख तेल कंपनियों ने पिछले हफ्ते कोच्चि, पुणे, पटना, रांची, विशाखापत्तनम और मोहाली हवाईअड्डों पर एअर इंडिया की ईंधन आपूर्ति पर रोक लगा दी थी. इसकी वजह कंपनी पर ईंधन का बकाया बढ़कर 5,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाना है.
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