
रिलायंस जियो 4 जी की फ्री सेवाओँ को बढ़ाने की घोषणा करते हुए मुकेश अंबानी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
देश में छह करोड़ से ज्यादा जियो सिम ग्राहक इन दिनों फ्री इंटरनेट और वॉयस कॉलिंग का लाभ ले रही हैं. इस वजह से कई बाजार में मौजूद अन्य कंपनियों की कमाई पर सीधा असर पड़ा है. अन्य टेलिकॉम कंपनियों ने रिलायंस के इस ऑफर पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. कई कंपनिया टेलिकॉम नियामक ट्राई में रिलायंस के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया है. कुछ कंपनियों ने मिलकर सरकार से भी इस बारे में शिकायत की थी.
कंपनियों का कहना है कि रिलायंस के 4 जी जियो कनेक्शन की वजह से उन्हें कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच कंपनियों के आपसी विवाद की वजह से कॉल ड्रॉप की समस्या में कई गुणा इजाफा हुआ है.
अब जब रिलायंस ने फ्री इंटरनेट और वॉयस कॉलिंग का ऑफर 31 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया है तब कंपनियों की परेशानी भी तीन और महीने के लिए बढ़ गई है. इसके विरोध में भारती एयरटेल ने मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो को निर्धारित 90 दिन के बाद भी मुफ्त पेशकश को जारी रखने की अनुमति देने के ट्राई के निर्णय के खिलाफ दूरसंचार विवाद न्यायाधिकरण टीडीसैट में याचिका दायर की है. फिलहाल सुनवाई जारी है और अगर फैसला रिलायंस के खिलाफ आता है तो 31 मार्च तक के लिए जो फ्री इंटरनेट और वॉयल कॉलिंग की सुविधा दी जा रही है वह पहले भी समाप्त हो सकती है.
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जल्दबाजी में जियो का सिम लिया है, भरना पड़ेगा बिल! ऐसे पता करें सिम प्रीपेड है या पोस्टपेड...
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एयरटेल ने आरोप लगाया कि नियामक उल्लंघन को लेकर ‘मूक दर्शक’ बना हुआ है. एयरटेल ने कहा है कि ट्राई को यह सुनिश्चित करे कि जियो 31 दिसंबर के बाद मुफ्त वॉयस और डाटा योजना जारी न रखे.
कंपनी का कहना है कि मार्च 2016 से ट्राई शुल्क आदेश का उल्लंघन हो रहा है और इससे एयरटेल को नुकसान हो रहा है. कंपनी ने आरोप लगाया है कि जियो के मुफ्त कॉल ऑफर की वजह से उसके नेकवर्क में भी दिक्कतें आ रही हैं.
ट्राई ने एयरटेल की याचिका को सुनने के बाद कहा कि उसे निर्णय के लिए 10 दिन का समय चाहिए. टीडीसैट ने ट्राई को अगली सुनवाई के दिन इस बारे में अपना निर्णय लेकर आने को कहा. मामले की अगली सुनवाई 6 जनवरी 2017 को होगी.
कंपनियों का कहना है कि रिलायंस के 4 जी जियो कनेक्शन की वजह से उन्हें कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच कंपनियों के आपसी विवाद की वजह से कॉल ड्रॉप की समस्या में कई गुणा इजाफा हुआ है.
अब जब रिलायंस ने फ्री इंटरनेट और वॉयस कॉलिंग का ऑफर 31 मार्च तक के लिए बढ़ा दिया है तब कंपनियों की परेशानी भी तीन और महीने के लिए बढ़ गई है. इसके विरोध में भारती एयरटेल ने मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो को निर्धारित 90 दिन के बाद भी मुफ्त पेशकश को जारी रखने की अनुमति देने के ट्राई के निर्णय के खिलाफ दूरसंचार विवाद न्यायाधिकरण टीडीसैट में याचिका दायर की है. फिलहाल सुनवाई जारी है और अगर फैसला रिलायंस के खिलाफ आता है तो 31 मार्च तक के लिए जो फ्री इंटरनेट और वॉयल कॉलिंग की सुविधा दी जा रही है वह पहले भी समाप्त हो सकती है.
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एयरटेल ने आरोप लगाया कि नियामक उल्लंघन को लेकर ‘मूक दर्शक’ बना हुआ है. एयरटेल ने कहा है कि ट्राई को यह सुनिश्चित करे कि जियो 31 दिसंबर के बाद मुफ्त वॉयस और डाटा योजना जारी न रखे.
कंपनी का कहना है कि मार्च 2016 से ट्राई शुल्क आदेश का उल्लंघन हो रहा है और इससे एयरटेल को नुकसान हो रहा है. कंपनी ने आरोप लगाया है कि जियो के मुफ्त कॉल ऑफर की वजह से उसके नेकवर्क में भी दिक्कतें आ रही हैं.
ट्राई ने एयरटेल की याचिका को सुनने के बाद कहा कि उसे निर्णय के लिए 10 दिन का समय चाहिए. टीडीसैट ने ट्राई को अगली सुनवाई के दिन इस बारे में अपना निर्णय लेकर आने को कहा. मामले की अगली सुनवाई 6 जनवरी 2017 को होगी.