बेंगलुरु:
कर्नाटक के आंतरिक सुरक्षा प्रकोष्ठ और असम पुलिस के एक साझा अभियान के तहत बेंगलुरु में छिपे चार बोडो उग्रवादियों को शनिवार तड़के शहर के पीनिया इलाके से गिरफ्तार किया गया है। इन सभी को ट्रांसिर रिमांड पर लेकर असम पुलिस को सौंप दिया गया है।
फैक्ट्री में काम करने वाले मज़दूरों के तोर पर छुपे चारों का संबंध पुलिस के मुताबिक़ नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ़ बोडोलैंड के सोंगबाजीत गुट से है। इन चारों की पहचान जिबिल नुरसे, नसीन बसुमति, तोमर बसुमति और सनंदन बसुमति के तौर पर हुई है।
पुलिस के मुताबिक़, पिछले साल कोखराझार ज़िले में आदिवासियों पर हुए हमले में ये चारों शामिल थे। कर्नाटक की आंतरिक सुरक्षा प्रकोष्ठ और असम पुलिस का खुफिया विभाग काफी अरसे से इनकी तलाश में थी, लेकिन इन लोगों के बार-बार घर बदलने की वजह से पुलिस को ये पिछले चार महीनों चकमा देने में कामयाब हो रहे थे।
पिछले साल भी बंगलुरु में कुछ बोडो उग्रवादियों की गिरफ्तारी हुई थी और इन चारों की गिरफ्तारी के बाद अब असम पुलिस के खुफिया विभाग के साथ मिलकर बेंगलुरु पुलिस एक सघन खुफिया अभियान चला रही है, ताकि कोई और उग्रवादी पुलिस की राडार से बच नहीं सके।
फैक्ट्री में काम करने वाले मज़दूरों के तोर पर छुपे चारों का संबंध पुलिस के मुताबिक़ नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ़ बोडोलैंड के सोंगबाजीत गुट से है। इन चारों की पहचान जिबिल नुरसे, नसीन बसुमति, तोमर बसुमति और सनंदन बसुमति के तौर पर हुई है।
पुलिस के मुताबिक़, पिछले साल कोखराझार ज़िले में आदिवासियों पर हुए हमले में ये चारों शामिल थे। कर्नाटक की आंतरिक सुरक्षा प्रकोष्ठ और असम पुलिस का खुफिया विभाग काफी अरसे से इनकी तलाश में थी, लेकिन इन लोगों के बार-बार घर बदलने की वजह से पुलिस को ये पिछले चार महीनों चकमा देने में कामयाब हो रहे थे।
पिछले साल भी बंगलुरु में कुछ बोडो उग्रवादियों की गिरफ्तारी हुई थी और इन चारों की गिरफ्तारी के बाद अब असम पुलिस के खुफिया विभाग के साथ मिलकर बेंगलुरु पुलिस एक सघन खुफिया अभियान चला रही है, ताकि कोई और उग्रवादी पुलिस की राडार से बच नहीं सके।
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