केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को नये संसद भवन के शिलान्यास को देश के संसदीय इतिहास का स्वर्णिम दिन करार दिया और कहा कि यह भवन आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक होगा जो देशवासियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूर्ण करने का केंद्र बनेगा. शाह ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा, ‘‘नये संसद भवन का शिलान्यास हमारे इतिहास का एक स्वर्णिम दिन है, मैं इस गौरवपूर्ण अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को बधाई देता हूं. संसद भवन हमारे लोकतंत्र का आस्था केंद्र है, जो हमें स्वतंत्रता के मूल्य व उसके लिए हुए संघर्ष की याद दिलाता है और राष्ट्रसेवा के लिए प्रेरित भी करता है.”
उन्होंने यह भी कहा, “नया संसद भवन आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक होगा जो देशवासियों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूर्ण करने का केंद्र बनेगा. मोदी सरकार देश के गरीब व वंचित वर्ग को सशक्त करने में पूरी निष्ठा व समर्पण से जुटी है और यह नया संसद भवन हमारे इस संकल्प को चरितार्थ करने का साक्षी बनेगा.” प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज भूमि पूजन कर नये संसद भवन का शिलान्यास किया. शाह खुद इस अवसर पर मौजूद थे.
चार मंजिला नये संसद भवन का निर्माण कार्य भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ तक पूरा कर लिए जाने की संभावना है. नये संसद भवन का निर्माण 971 करोड रुपए की अनुमानित लागत से 64,500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किए जाने का प्रस्ताव है. ज्ञात हो कि नये संसद भवन के निर्माण का प्रस्ताव उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू एवं लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने क्रमशः राज्यसभा और लोक सभा में 5 अगस्त 2019 को किया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं