प्रियंका और राहुल गांधी की फाइल फोटो
चंडीगढ़:
हरियाणा विधानसभा के मौजूदा सत्र के आखिरी दिन सोमवार को वन रैंक-वन पेंशन के मुद्दे पर सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि पूर्व सैनिकों के लिए वन रैंक-वन रैंक पेंशन (ओआरओपी), का अर्थ कांग्रेस के लिए 'वन राहुल, वन प्रियंका' है। उनकी इस टिप्पणी से कांग्रेसी विधायक इस कदर भड़के कि पार्टी के सभी 15 विधायक सदन से वॉक आउट कर गए।
दरअसल प्रश्नकाल के तुरंत बाद राज्य के संसदीय कार्य मंत्री रामविलास शर्मा ने प्रस्ताव रखा कि सदन को पूर्व सैनिकों के लिए बहु प्रतीक्षित ओआरओपी लागू करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए।
विपक्षी इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया, लेकिन कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने यह कहते हुए उसका विरोध किया कि जब तक ओआरओपी लागू करने के विस्तृत तौर तरीके की घोषणा नहीं हो जाती, तब तक प्रस्ताव नहीं पारित किया जाना चाहिए।
पूर्व विधानसभाध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुलदीप शर्मा ने कहा कि यूपीए सराकर ने ओआरओपी लागू करने की घोषणा की थी और उसके लिए 500 करोड़ रुपये भी अलग रखे गए थे। उन्होंने कहा कि ओआरओपी लागू करने की केंद्र की घोषणा के बावजूद पूर्व सैनिक संतुष्ट नहीं हुए और जंतर मंतर पर उनका प्रदर्शन जारी है। ऐसे में सदन से किसी प्रस्ताव को पारित करने की जरूरत नहीं है।
इसी दौरान शर्मा ने सदन में बीजेपी के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं, जिससे सत्तापक्ष और विपक्षी कांग्रेस के बीच तीखी नोंक-झोंक शुरू हो गई।
इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी कांग्रेस पर पलटवार किया और पार्टी के संस्थापक ऐलन ओक्टावियन ह्यूम की ओर इशारा करते हुए उसे 'अंग्रेज़ों की औलाद' तक कह डाला। (एजेंसी इनपुट के साथ)
दरअसल प्रश्नकाल के तुरंत बाद राज्य के संसदीय कार्य मंत्री रामविलास शर्मा ने प्रस्ताव रखा कि सदन को पूर्व सैनिकों के लिए बहु प्रतीक्षित ओआरओपी लागू करने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए एक प्रस्ताव पारित करना चाहिए।
विपक्षी इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया, लेकिन कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने यह कहते हुए उसका विरोध किया कि जब तक ओआरओपी लागू करने के विस्तृत तौर तरीके की घोषणा नहीं हो जाती, तब तक प्रस्ताव नहीं पारित किया जाना चाहिए।
पूर्व विधानसभाध्यक्ष और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कुलदीप शर्मा ने कहा कि यूपीए सराकर ने ओआरओपी लागू करने की घोषणा की थी और उसके लिए 500 करोड़ रुपये भी अलग रखे गए थे। उन्होंने कहा कि ओआरओपी लागू करने की केंद्र की घोषणा के बावजूद पूर्व सैनिक संतुष्ट नहीं हुए और जंतर मंतर पर उनका प्रदर्शन जारी है। ऐसे में सदन से किसी प्रस्ताव को पारित करने की जरूरत नहीं है।
इसी दौरान शर्मा ने सदन में बीजेपी के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं, जिससे सत्तापक्ष और विपक्षी कांग्रेस के बीच तीखी नोंक-झोंक शुरू हो गई।
इसी बीच स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने भी कांग्रेस पर पलटवार किया और पार्टी के संस्थापक ऐलन ओक्टावियन ह्यूम की ओर इशारा करते हुए उसे 'अंग्रेज़ों की औलाद' तक कह डाला। (एजेंसी इनपुट के साथ)