
असम और मेघालय में आई भीषण बाढ़ में कुल 85 लोगों की मौत हो चुकी है। एनडीआरएफ ने आज बताया कि दोनों राज्यों में एक सप्ताह तक बाढ़ और जल जमाव की समस्या से मुकाबला करने के बाद एनडीआरएफ अपने अभियान को अब बचाव से राहत की ओर केंद्रित कर रही है।
गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजु के साथ दोनों राज्यों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद एनडीआरएफ प्रमुख ओपी सिंह ने कहा, 'जहां असम में 39 लोगों की मौत हुई है वहीं मेघालय में 46 लोगों की मौत हुई है। हम अब अपनी ऊर्जा राहत अभियानों पर केंद्रित कर रहे हैं, क्योंकि बचाव काम बहुत हद तक पूरा हो गया है। इन क्षेत्रों में पानी घटने के संकेत हैं।'
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल प्रमुख ने कहा कि असम में गोलपाड़ा, कामरूप (ग्रामीण) और बोको के साथ-साथ उससे सटे कुछ क्षेत्र बाढ़ से सर्वाधिक बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। वहीं मेघालय में तूरा और गारो हिल्स क्षेत्र के सात जिले आपदा से सर्वाधिक बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
सिंह ने कहा, 'बाढ़ के पानी की वजह से इन इलाकों में भारी तबाही हुई है।' उन्होंने कहा कि इन दोनों राज्यों में एनडीआरएफ की 16 टीमें तैनात हैं। उसने करीब 6000 लोगों को बचाया है और बाढ़ में फंसे हुए लोगों को 80 क्विंटल भोजन और अन्य आवश्यक वस्तुएं वितरित की हैं।
उन्होंने कहा कि बल ने इन क्षेत्रों में रात में भी अभियान चलाया है और यह काम जारी है।
रिजिजु के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री मुकुल संगमा और वरिष्ठ नेता तथा तूरा से संसद सदस्य पीए संगमा से भी आज के दौरे के दौरान मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने दोनों राज्यों के प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी हासिल की।