लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गृह जिले इटावा में रविवार को एक मंदिर में झंडा चढ़ाने को लेकर दो गुटों में हुई झड़प के बाद बीच बचाव करने गई पुलिस पर लोगों ने हमला कर दिया। पुलिस की तरफ से हालात काबू में करने के लिए की गई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य बुरी तरह से घायल हो गए। जिला प्रशासन की तरफ से घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
घटना बलरई क्षेत्र के ब्राह्मणी देवी मंदिर की है, जहां मंदिर में झंडा चढ़ाने के दौरान दो गुटों में झड़प हो गई। मौके पर मौजूद पुलिस ने जब बीच बचाव किया तो लोगों ने पुलिस को ही निशाना बनाते हुए हमला कर दिया। हालात काबू में करने के लिए मजबूरन वहां पर तैनात प्रांतीय सशस्त्र (पीएस) के जवानों को फायरिंग करनी पड़ी।
इटावा के जिलाधिकारी गुरू प्रसाद ने बताया, "गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए जिनका गंभीर हालत में सैफई मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।" उन्होंने कहा, "घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश देते हुए मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा घोषित कर दिया गया है।"
पुलिस के मुताबिक घटना में बलरई थाना प्रभारी जय श्याम शुक्ला सहित तीन पुलिसकर्मी व पांच लोग भी हाथपाई व झड़प में मामूली रूप से घायल हुए।
ब्राह्मणी देवी के मंदिर में राम नवमी के दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में झंडा चढ़ाने का रिवाज है।
घटना बलरई क्षेत्र के ब्राह्मणी देवी मंदिर की है, जहां मंदिर में झंडा चढ़ाने के दौरान दो गुटों में झड़प हो गई। मौके पर मौजूद पुलिस ने जब बीच बचाव किया तो लोगों ने पुलिस को ही निशाना बनाते हुए हमला कर दिया। हालात काबू में करने के लिए मजबूरन वहां पर तैनात प्रांतीय सशस्त्र (पीएस) के जवानों को फायरिंग करनी पड़ी।
इटावा के जिलाधिकारी गुरू प्रसाद ने बताया, "गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए जिनका गंभीर हालत में सैफई मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।" उन्होंने कहा, "घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश देते हुए मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा घोषित कर दिया गया है।"
पुलिस के मुताबिक घटना में बलरई थाना प्रभारी जय श्याम शुक्ला सहित तीन पुलिसकर्मी व पांच लोग भी हाथपाई व झड़प में मामूली रूप से घायल हुए।
ब्राह्मणी देवी के मंदिर में राम नवमी के दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में झंडा चढ़ाने का रिवाज है।